कर्नाटक में हर साल 500 से अधिक छात्र कर रहे हैं आत्महत्या: रिपोर्ट

बेंगलुरु: कर्नाटक के शिक्षित वर्ग में बढ़ रहे आत्महत्या की प्रवृत्ति पर बेंगलुरु के माहरीन शिक्षा निराशा  व्यक्त की है। बोर्ड ऑफ़ इस्लामिक एजुकेशन के सत्र में विशेषज्ञों ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूरत है।

बैठक में जोर दिया गया कि माता-पिता बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ नैतिक और मज़हबी शिक्षा से भी लैस करना न भूलें। इस संबंध में बोर्ड ऑफ़ इस्लामिक एजुकेशन समकालीन पढ़ाई कर रहे छात्रों को दीनियात शिक्षा से आराज्यह करता आ रहा है।

इस वर्ष में राज्य भर में 16 हजार छात्रों ने इस्लामिक प्रमाणपत्र और डिप्लोमा कोर्स की परीक्षा में भाग लिया। दिलचस्प बात यह रही कि इस्लामिक पाठ्यक्रमों की परीक्षा देने वाले छात्रों में 200 हिन्दू स्टूडेंट शामिल थे।

कर्नाटक में किसानों के बाद शिक्षित और मुलाज़मत पेशा लोगों में आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ रही है। رएन सी आरबी अर्थात नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक में हर साल 500 से अधिक छात्र आत्महत्या कर रहे हैं।बेंगलुरु में आयोजित बोर्ड ऑफ़ इस्लामिक एजुकेशन की बैठक में इस गंभीर समस्या पर बहस हुई।

शिक्षाविदों ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने की सख्त जरूरत है। इसके लिए आधुनिक शिक्षा के साथ धार्मिक और नैतिक शिक्षा भी आम किया जाए।