कश्मीरियों को हथियार न देने का मोदी को नवाज़ शरीफ़ का शुक्रिया अदा करना चाहिए- यासीन मलिक

श्रीनगर। जेल से छूटे जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के प्रधामंत्री मियां नवाज शरीफ का कश्मीरियों को हथियार न देने का शुक्रगुजार होना चाहिए, अगर वह हथियार दें तो इस समय कश्मीर में 20 हजार नौजवानों हाथों में बंदूक ले मिलिटेंट बन घूम रहे होते। उन्होंने स्कूलों में आग के लिए सत्ताधारी पीडीपी को भी जिम्मेदार ठहराया है।

लगभग पौने चार माह जेल में रहने के बाद शनिवार को छूटने के बाद रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए मलिक ने कहा कि बीते एक साल के दौरान लगभग 100 युवक सुरक्षाबलों से हथियार लूट, मिलिटेंट बने हैं। हमारी तहरीक को पाकिस्तान के साथ जोडऩे वाली नई दिल्ली को पाकिस्तान का शुक्रगुजार होना चाहिए कि अगर वह आज हमें हथियार दे तो यहां हजारों नौजवानों के हाथ में बंदूक होगी। हमारी तहरीक किसी तीसरे मुल्क द्वारा नहीं चलाई जा रही है। इसमें कश्मीर का हर वर्ग शामिल है।

बीते 114 दिनों से जारी हड़ताल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह लोगों द्वारा चलाई जा रही है। कश्मीर की आजादी चाहने वाली सभी तंजीमें इस पर एकमत है। कुछ लोग कहते हैं कि हड़ताल को लेकर हुर्रियत व अन्य तंजीमों में मतभेद है, वह सरासर झूठ बोल रहे हैं। इस मामले पर किसी में कोई मतभेद नहीं है। हड़ताली कैलेंडर लोगों की मर्जी से ही तैयार किया जाता है, इसलिए यह कामयाब है।