नई दिल्ली: कश्मीर का मुद्दा हिंदुस्तान और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच एक ऊंंची दीवार की तरह दशकों से खड़ा आ रहा है। इसी कश्मीर को लेकर जहाँ सरहद पर हर रोज़ गोलियां चलती हैं आतंकी हमले होते हैं वहीँ सबसे ज़्यादा अगर इन हालातों को कोई झेल रहा है तो वो हैं कश्मीर के अवाम। दो देशों की खींचा तान में फंसे वहां के लोगों को कभी आतंकी कहा जाता है तो कभी देशद्रोही।
ऐसी सब कहानियों के बीच अगर किसी का ध्यान नहीं जाता है तो वह हैं कश्मीर की औरतें जो घर में अंदर ही अंदर रहकर ज़िन्दगी बिताने को मजबूर हैं। ऐसी ही औरतों की कहानी को एक किताब की शकल में उतार कर लोगों के सामने पेश किया है लेखिका फरहाना क़ाज़ी ने।
फरहाना क़ाज़ी का नाम अंतर्राष्ट्रीय मंच पर किसी पहचान का मोहताज नहीं है। अमेरिका की जानी मानी मीडिया हस्ती फरहाना कुछ दिन घूमने के लिए जब कश्मीर आयीं तो यहीं की होकर रह गयीं। अपने रोजमर्रा के कामों के दौरान उनकी मुलाकात कश्मीरी औरतों से हुई और उनकी कहानियाँ सुनने का मौका फरहाना को मिला। यह सब कहानियां जो अबतक अनकही थीं ने फरहाना के दिल पर इतनी गहरी छाप छोड़ी कि उन्होंने इन कहानियों को पूरी दुनिया के सामने खिलकर रखने का फैसला किया।
फरहाना की यह किताब दिल को अंदर तक भेद जाने वाली कश्मीर की सच्चाइयों, सादी ज़िन्दगी, सहमे माहौल को बयान करती हुई है। जिसके जरिये कश्मीर के लोगों की ज़िन्दगी का एक पूरा अंदाजा आपको यह किताब देती है।इस किताब के बारे में और जानकारी लेने के लिए और खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें