किसानों और मेहनतकशों से वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की एहसान नाशनासी

महोबा :ख़ुशकसाली से मुतास्सिरा इलाक़ा बुंदेलखंड में पदयात्रा का आग़ाज़ करते हुए नायब सदर कांग्रेस राहुल गांधी ने वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के इस बयान को मज़हकाख़ेज़ क़रार दिया कि वो ना सिर्फ सनातकारों बल्कि किसानों और मेहनतकशों के बारे में भी ज़्यादा फ़िक्रमंद रहते हैं और पसमांदा इलाक़ों के लिए इज़ाफ़ी फंड्स मुख़तस किए गए हैं।

कांग्रेस लीडर बज़ाहिर नरेंद्र मोदी के जज़बाती बयान का हवाला दे रहे थे जबकि वज़ीर-ए-आज़म ने कल हैदराबाद यूनीवर्सिटी में एक दलित तालिब-इल्म रोहीत वीमला की ख़ुदकुशी पर रंज-ओ-ग़म का इज़हार करते हुए जज़बात से मग़्लूब हो गए थे। इन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म को किसानों के लिए भी हमदर्दी होनी चाहिए जोकि तुम्हें खाने के लिए ग़िज़ा फ़राहम करते हैं।

राहुल गांधी ने7 किलो मीटर तवील पदयात्रा के दौरान देहातियों को मुख़ातिब करते हुए मुतालिबा किया कि ऑयल की क़ीमत में गिरावट से हुकूमत को जो इज़ाफ़ी आमदनी हासिल हो रही है वो पसमांदा इलाक़ों की तरक़्क़ी के लिए मुख़तस की जाये। हमने देखा कि अंबेडकर यूनीवर्सिटी लखनऊ में ख़िताब के दौरान नरेंद्र मोदी जज़बाती हो गए और उनकी आँखों से आँसू छलक पडे।

लेकिन मैं ये कहना चाहता हूँ कि नरेंद्र मोदी साहिब जो ग़िज़ा इस्तेमाल करते हैं इन किसानों का हालत-ए-ज़ार भी देखें और आज किसानों की सरबराह करदा दालें220 रुपये किलो फ़रोख़त की जा रही हैं। कांग्रेस लीडर ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म को किसानों, मेहनतकशों और ग़रीबों पर थोड़ी बहुत तवज्जे देना चाहिए क्यों कि मुल़्क चलाने में उनका भी हिस्सा है।

लेकिन नरेंद्र मोदी की नज़र इनायत तो सिर्फ सनअतकारों पर मर्कूज़ है। इन्होंने ख़ुशकसाली से मुतास्सिरा इलाक़ों के लिए ज़्यादा से ज़्यादा फंड्स फ़राहम करने पर-ज़ोर दिया। इन्होंने बताया कि यूपीए के दौर-ए-हकूमत में ख़ाम तेल की क़ीमत150 डालर फ़ी बयारल हो गई थी लेकिन अब उस की क़ीमत28 डालर तक घट जाने से हुकूमत को ज़बरदस्त आमदनी और रक़ूमात की बचत हो रही है।

ये रक़ूमात बुंदेलखंड जैसे पसमांदा इलाक़े की तरक़्क़ी पर ख़र्च की जा सकती है। कांग्रेस क़ाइद ने इस इलाक़े के अवाम को तयक़्क़ुन दिया कि पार्लियामेंट में उनके मसाइल को उठाएँगे। नायब सदर कांग्रेस का दिल्ली से खज्जू राहू तेरा निगाह पहूंचने पर ज़बरदस्त इस्तेक़बाल किया गया जहां से वो उत्तरप्रदेश में महाबवा रवाना हो गए। इस मौक़े पर पार्टी लीडरों ने उन्हें मुक़ामी हालात और कबायलियों के मसाइल से वाक़िफ़ करवाया|