केंद्र के हलफनामे में भारतीय मुसलमानों का पाकिस्तान से तुलना देश व लोकतंत्र का अपमान: ओवैसी

हैदराबाद: मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि केंद्र के हलफनामे में भारत के मुसलमानों का पाकिस्तान से तुलना करना देश का अपमान है। ओवैसी ने हैदराबाद में आयोजित विरोध जनसभा “तहफ्फुज़ शरियत” में कहा कि समान सिविल कोड देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की साजिश है।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार ट्रिपल तलाक़ के मामले में केंद्र सरकार के हलफनामे के विरोध के लिए हैदराबाद में मुसलमानों के विभिन्न संगठनों से संबंधित रखने वाले उलेमा और दलों के प्रतिनिधियों ने इस अधिवेशन में भाग लिया। असदुद्दीन ओवेसी इस अधिवेशन में संबोधित करते हुए कहा कि भारत के मुसलमानों का पाकिस्तान से तुलना न केवल देश के मुसलमानों की बल्कि देश और हमारे लोकतंत्र का अपमान है।
आपको बता दें कि अधिवेशन में बड़ी संख्या में मुसलमानों ने भाग लिया और मुस्लिम पर्सनल लो के हस्तक्षेप के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। इस अवसर पर सभी ने सर्वसम्मति से समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए केंद्र के प्रयासों का जोरदार विरोध किया।
इस अवसर पर मुसलमानों को यह संदेश दिया गया कि वे न केवल शरीयत की रक्षा करें बल्कि शरीयत पर अमल करने का प्रयास करें।