जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज आतंवादग्रस्त कुलगाम में जनसभा की। उमर ने कहा कि जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालात के लिए पीडीपी ज़िम्मेदार है, जो बीजेपी और आरएसएस को कश्मीर में लाई।
यही लोग आज यहां तलवारें और हथियार लेकर रैली कर रहे हैं। महबूबा मुफ़्ती पर निशाना साधते हुए उमर ने कहा कि उनकी दो गलतियों की सजा पूरे कश्मीर को मिली है।
J&K special status tinkered with whenever NC is not in power: Omar Abdullah
Says ban on JeI thought-out match fixing between BJP and PDP
Pays tributes to ex Assembly speaker late Wali Muhammad Itoo on his 25th death anniversary
Full statement here:https://t.co/fQwtjSsSdG pic.twitter.com/uELMsbpzQD
— JKNC (@JKNC_) March 18, 2019
पहला उनकी पार्टी को बचाने की कोशिश में बीजेपी के साथ दोबारा सरकार बनाने से और फिर दूसरी बार इस्तीफ़ा देते समय विधानसभा भंग ना करने की सिफारश करके। इसके चलते आज लोग अपनी सरकार ना होने का नुकसान उठा रहे है।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उमर ने कहा जम्मू कश्मीर की विशेष पहचान को निशाना बनाया जा रहा है। इसीलिए नेशनल कांफ्रेंस को कमज़ोर करने की साज़िशे हो रही हैं।
ऊमर ने कहा “कश्मीर की स्वायत्तता पर सबसे ज्यादा प्रहार तब हुआ है जब भी नेशनल कांफ्रेंस की सरकार नहीं थी। पिछले दस सालो में जितने भी केंद्रीय कानून आए वह तब आए जब किसी और की सरकार थी।
महबूबा मुफ़्ती पर निशाना साधते हुए उमर ने कहा कि महबूबा लोगों को रिझाने के किए नए दांव खेल रही हैं। ऊमर बोले “आजकल महबूबा मुफ़्ती नया शिगूफा चला रही हैं कि उनकी गिरफ्तारी होने वाली है।
उमर अब्दुल्ला ने शक जताया कि पीडीपी ने मैच फिक्सिंग की है, शायद जमात-ऐ-इस्लामी पर प्रतिबंध लगाने के पीछे बीजेपी और पीडीपी की सांठगाँठ है। जमात पर प्रतिबंध एक इलेक्शन ड्रामा है, जिसका फायदा देश में बीजेपी और कश्मीर में पीडीपी लेने की कोशिश में है।
दोनों पार्टियां सिर्फ सियासी आंसू बहाती हैं, जिसकी कीमत वोटो में ली जाती है।” वहीं मतदाताओं से अपील करते हुए उमर ने कहा कि बीजेपी और पीडीपी के गठबंधन सरकार का नतीजा हम आज भी भुगत रहे हैं और अब वक़्त आया है कि वोट के ज़रिये इस गलती को सुधारा जाए।