खशोगी हत्या- सऊदी के 5 अधिकरी कर रहे हत्‍या के आरोप का सामना, प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बचे

रियाद: पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या मामले में पांच सऊदी अधिकारी मौत की सजा का सामना कर रहे हैं. सऊदी में तुर्की वाणिज्य दूतावास के अंदर खशोगी के शव के टुकड़े किए गए थे. सऊदी अभियोजक ने गुरुवार को यह जानकारी दी और कहा कि शहजादे मोहम्मद बिन सलमान इसमें शामिल नहीं हैं. खशोगी की हत्या को लेकर बढ़ती अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं के बाद लोक अभियोजक की यह घोषणा सामने आई है. सऊदी अरब के लोक अभियोजक ने पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या मामले में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को पाक-साफ बताते हुए दो वरिष्ठ अधिकारियों पर हत्या का आदेश देने का आरोप लगाया.

एक पत्रकार के सवाल के जवाब में लोक अभियोजक कार्यालय के प्रवक्ता ने इस बात से इनकार किया कि प्रिंस मोहम्मद को देश में तुर्की दूतावास के अंदर हत्या की कोई जानकारी थी.

लोक अभियोजक कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि खशोगी को नशीला पदार्थ दिए जाने के बाद उनकी मौत हो गई और इसके बाद उनके शव के टुकड़े कर दिए गए थे. प्रवक्ता की इस घोषणा के साथ पहली बार खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी की पुष्टि सामने आई है. प्रवक्ता ने बताया कि इसके बाद पत्रकार के शव के टुकड़ों को वाणिज्य दूतावास के अहाते में एक एजेंट को सौंप दिया गया. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि शहजादे मोहम्मद को हत्या के बारे कोई जानकारी थी.

‘वॉशिंगटन पोस्ट’ में स्तंभकार और सऊदी शासकों के मुखर आलोचक रहे 59 वर्षीय पत्रकार जमाल खशोगी को आखिरी बार दो अक्टूबर को वाणिज्य दूतावास के अंदर घुसते देखा गया था. वह अपनी शादी से जुड़े दस्तावेज लेने के लिये वाणिज्य दूतावास गए थे.
सऊदी अरब के खुफिया विभाग के उप प्रमुख जनरल अहमद अल-असिरी ने खशोगी को स्वदेश भेजने का आदेश दिया और इस्तांबुल गए वार्ता दल के प्रमुख ने उनकी हत्या का आदेश दिया. बार-बार इनकार के बाद सऊदी अरब ने मध्य अक्टूबर में आखिरकार दूतावास परिसर में खशोगी की हत्या की बात स्वीकारी. लेकिन साथ ही कहा कि अभियान के गलत दिशा में जाने के कारण खाशोगी की हत्या हुई.

समाचार एजेंसी ‘एसपीए’ द्वारा प्रकाशित एक आधिकारिक बयान के अनुसार अभियोजक ने अनुरोध किया कि पांच अधिकारियों को मौत की सजा दी जाए. इन अधिकारियों पर ”हत्या का आदेश देने और इस अपराध को अंजाम देने” के आरोप हैं. इसके अलावा हत्या में शामिल अन्य व्यक्तियों के लिए भी उचित सजा की मांग की गई है.

न्‍यूज एजेंसी के मुताबिक, हत्या के सिलसिले में कुल 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है. जांच के दौरान इनमें से 11 को पत्रकार की हत्या का दोषी पाया गया है और अन्य के खिलाफ जांच जारी है. बहरहाल तुर्की ने गुरुवार को कहा कि खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी का बयान काफी नहीं है और उसने इस बात पर जोर दिया कि हत्या पूर्व नियोजित थी.

तुर्की के विदेश मंत्री मौलूद जावेश उगलू ने टेलीविजन पर दिए भाषण में कहा, ” इस संबंध में उठाए गए तमाम कदम सकारात्मक हैं, लेकिन नाकाफी हैं.” जावेश उगलू ने कहा, ”मैं निजी तौर पर यह कहना चाहता हूं कि इस तरह के बयान मुझे संतोषजनक नहीं लगे.” उन्होंने कहा, ” यह हत्या पूर्वनियोजित थी.”

तुर्की ने बुधवार को हत्या मामले में अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग की थी. तुर्की, सऊदी अरब, अमेरिका और अपने पश्चिमी देश के सहयोगियों सहित कई देशों के साथ हत्या से जुड़ी एक वॉयस रिकॉर्डिंग भी साझा कर चुका है. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा है कि खशोगी की हत्या का आदेश सऊदी सरकार में ऊंचे स्तर से आया है.