गाज़ा लड़ाई के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने इजरायल को दी चेतावनी, कहा- ‘बर्बादी के करागर पर है’

संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को सभी पक्षों से गाजा पट्टी पर इजरायल व फिलिस्तीनी अधिकारियों के बीच शांति प्रक्रिया बहाल करने के लिए कार्य करने का आह्वान किया। ऐसा न होने पर नया सशस्त्र संकट संभावित रूप से पैदा होने की चेतावनी दी।

गाजा पट्टी पर पिछले सप्ताह हिंसा भड़कने के बाद संयुक्त राष्ट्र ने यह आह्वान किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के मध्यपूर्व राजदूत निकोले म्लाडेनोव ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा कि बीते कुछ दिनों में विश्व ने गाजा में हिंसा की खतरनाक वृद्धि देखी है,इस इलाके में रहने वाले 20 लाख फिलिस्तीनी लोगों के लिए विनाशकारी परिणामों के साथ सशस्त्र संघर्ष के उत्पन्न होने का संकट खड़ा हो गया है।

13 नवंबर को इजरायल और गाजा फिलिस्तीनी तीन दिनों के संघर्ष के बाद संघर्ष विराम पर पहुंचे थे। गाजा में इजरायल की विशेष सेना के अभियान के विफल रहने के साथ संघर्ष की शुरुआत हुई थी। इसके बाद अब फलस्तीनी संघर्षकरताओं ने गाजा में 460 रॉकेट लांच किए थे और इसके जवाब में इजरायल ने 160 से ज्यादा हवाईहमले किए थे।

म्लाडेनोव ने इस्लामी हमास मूवमेंट और अन्य सशस्त्र फिलिस्तीनी समूहों से सभी उकसावों व हमलों को रोकने का आग्रह किया और उन्होंने गाजा और उससे बाहर वस्तुओं व सेवाओं की आवाजाही में उल्लेखनीय ढंग से सुधार करने का आह्वान किया, जिसमें सीमा पार करने वाली बंद चौकियों को खोलना शामिल है।

उन्होंने कहा कि अगर एक पक्ष विफल होता है तो सभी विफल होंगे। उन्होंने कहा कि इजरायल को स्वीकार करना चाहिए कि गाजा नष्ट होने की कगार पर है और उसे बचाने के लिए वहां रहने वाले लोग अपनी जिंदगियों को सामान्य होते हुए देखना चाहते हैं।