“गायब होने से एक रात पहले नजीब को 25-30 एबीवीपी के लड़के बेरहमी से पीट रहे थे”

नई दिल्ली : गायब होने की घटना से एक दिन पहले तक नजीब अहमद के साथ घटी दर्दनाक और बेरहमी के तमाम साक्ष्य और पर्याप्त सबूत सामने आ चुके है मगर दिल्ली पुलिस और कॉलेज प्रशासन हाथ पे हाथ धरे बैठा है। वह किस लिए भी इसका भी जवाब सबको मालूम है कि सत्ताधारी पार्टी के छात्र संगठन के छात्रों का नाम होने की वजह से इस केस पर सिर्फ लीपापोती की जा रही है। जेएनयू का एक छात्र नजीब अहमद 16 दिनों से लापता है। उसकी मां परेशान है, भाई और बहनों का भी बुरा हाल है। पूरा कैंपस में बैचेनी है, धरना प्रदर्शन और जांच बगैरा सब जारी है। पर अब तक लापता छात्र नजीब मामले में कोई कामयाबी नहीं मिली है और न कोई अहम सुराग।

जानकारी के मुताबिक नजीब अहमद के लापता होने से पहले की एक घटना का जिक्र करते हुए इंटरनेशनल स्टटीज विभाग के रिसर्च छात्र साहिद रज़ा खान सामने आए हैं । साहिद ने बताया कि, नजीब के गायब होने से एक रात पहले उसको 25-30 लड़के बड़ी बेरहमी से पीट रहे थे। उसको बुरी-बुरी गालियां दे रहे थे। मैने सुना तो उसको बचाने के लिए आगे बढ़ा लेकिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी ) का विक्रांत सिंह मेरे सामने मुझे नजीब की तरह ही पीटने की धमकी देने लगा। मैनें देखा तो नजीब के मुंह से काफी खून निकल रहा था। ये लोग उसे मारते हुए बोल रहे थे ”कि इसे आज 72 हूरों के पास भेजना है। उनके ज़हन में काफी नफरत भरी हुई थी। जिसे वह सब नजीब पर निकाल रहे थे। इस तरह उन्होंने उसे बहुत पीटा।