गीलानी की मुश्किलात में इज़ाफ़ा, कल सुप्रीम कोर्ट में पेश होंगे

ईस्लामाबाद, १८ जनवरी (पी टी आई) वज़ीर-ए-आज़म पाकिस्तान यूसुफ़ रज़ा गीलानी को तहक़ीर अदालत के इल्ज़ामात का सामना करते हुए सुप्रीम कोर्ट में शख़्सी तौर पर पेश होने के लिए सिर्फ दो दिन बाक़ी बचे हैं और मुल्क को दरपेश सयासी बोहरान हल करने के लिए पसेपर्दा कोशिशें तेज़ कर दी गई हैं।

वज़ीर-ए-आज़म अदालत में पेश होने के लिए तैयार हैं, इस के साथ उन के ख़िलाफ़ ओहदा के बेजा इस्तेमाल पर भी मुबय्यना तौर पर एक और मुक़द्दमा दर्ज किए जाने का इमकान है । इस तरह गीलानी की मुश्किलात बढ़ती जा रही है । गीलानी ने क़ौमी असेंबली को बताया कि वो जुमेरात को सुप्रीम कोर्ट में हाज़िर होंगे और तहक़ीर अदालत के इल्ज़ाम का सामना करेंगे ।

क़ौमी असेंबली ने उन की सयासी क़ियादत की भरपूर ताईद का ऐलान किया । सुप्रीम कोर्ट ने सदर आसिफ़ ज़रदारी के ख़िलाफ़ कुरप्शन के इल्ज़ामात पर मुक़द्दमात के एहया-ए-का हुक्म देने से मुताल्लिक़ अदालती हुक्म पर अमल ना करने की पादाश में उन्हें तहक़ीर अदालत का मुर्तक़िब क़रार दिया था ।

पहले से परेशान हाल हुकूमत को आज उस वक़्त मज़ीद पशेमानी का सामना करना पड़ा जब सुप्रीम कोर्ट ने सदर ज़रदारी के करीबी वकील का लाईसैंस मुअत्तल कर दिया। इस दौरान सदर ज़रदारी ने मेमो गेट स्कैंडल पर ताक़तवर फ़ौज के साथ जारी तात्तुल को ख़तन करने की कोशिशों का आग़ाज़ कर दिया है।

उन्होंने आज फ़ौजी सरबराह जनरल इशफ़ाक़ परवेज़ क्यानी से दूसरी मर्तबा मुलाक़ात की । बताया जाता है कि ख़ातिरख्वाह नतीजा बरामद ना होने की सूरत में चहारशंबा ( Wdenesday) को वज़ीर-ए-आज़म गीलानी की मौजूदगी में एक और मुलाक़ात की जाएगी । उन्हों ने कल रात ज्वाइंट चीफ आफ़ स्टाफ़ सदर नशीन जनरल ख़ालिद शमीम वाईनी से बात की थी ।

सदारती महल से बादअज़ां एक मुख़्तसर बयान जारी किया गया जिस में बताया गया कि उन्हों ने वाईनी से मुसल्लह अफ़्वाज के उमूर पर तबादला ख़्याल किया है । ताहम ज़राए का कहना है कि दोनों क़ाइदीन ने जारी तात्तुल को ख़तम् करने के लिए मुख़्तलिफ़ इमकानात पर तबादला ख़्याल किया। अगरचे सियोल । फ़ौजी मुज़ाकरात की पेशरफ़्त के बारे में यक़ीन के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन ये इशारे मिले हैं कि किसी क़दर पेशरफ़्त ज़रूर हुई है ।

एक ओहदेदार ने कहा कि सदर और फ़ौजी सरबराह के माबेन मुलाक़ात के बाद सूरत-ए-हाल में किसी क़दर बेहतरी आई है । सुप्रीम कोर्ट ने आसिफ़ ज़रदारी के करीबी साथी और साबिक़ वज़ीर क़ानून बहार औन का बहैसियत वकील लाईसेंस आरिज़ी तौर पर मुअत्तल कर दिया है । वो कई आला सतही मुक़द्दमात में हुकूमत की पैरवी कर रहे थे, उन्हें तहक़ीर अदालत की नोटिस का जवाब ना देने पर मुअत्तल किया गया ।

चीफ जस्टिस इफ़्तेख़ार चौधरी की ज़ेर क़ियादत 11 जज्स पर मुश्तमिल बंच ने आज उस वक़्त जब वो साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म ज़ुल्फेक़ार अली भुट्टो को सुनाई गई सज़ाए मौत पर नज़र-ए-सानी से मुताल्लिक़ मुक़द्दमा में हुकूमत की नुमाइंदगी के लिए पेश हुए , उस वक़्त उन का लाईसेंस मुअत्तल करने का हुक्म दिया गया ।

बंच ने कहा कि ऊन ने तहक़ीर अदालत की नोटिस का जवाब नहीं दिया गया इस लिए इन का लाईसेंस मुअत्तल किया जा रहा है । मज़ीद कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के ताल्लुक़ ऊन का तर्ज़ अमल नामुनासिब है । इस दौरान पाकिस्तान का मर्कज़ी इंसिदाद कुरप्शन नगर इनकार इदारा क़ौमी एहतिसाब ब्यूरो वज़ीर-ए-आज़म गीलानी के ख़िलाफ़ मुक़द्दमा दर्ज करने पर ग़ौर कर रहा है ।

सरकारी ऑयल एंड गैस डेवलपमेंट कंपनी के सदर नशीन की हैसियत से अदनान ख़्वाजा के तक़र्रुर पर ये मुक़द्दमा दर्ज किया जाएगा । अदनान ख़्वाजा को अदालत में पहले ही मुजरिम क़रार दिया गया है इस के बावजूद हुकूमत ने उन्हें सरकारी इदारा का सदर नशीन मुक़र्रर किया है।

सदर नशीन ब्यूरो फ़सीह बुख़ारी ने बताया कि वज़ीर-ए-आज़म के अहकामात पर किए गए गैरकानूनी तक़र्रुत के सिलसिला में मुक़द्दमात दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाएगी । गीलानी और ख़्वाजा को पेशरू सदर परवेज़ मुशर्रफ़ के दौर में एक साथ जेल में महरूस रखा गया था ।

इस दौरान वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गीलानी को सुप्रीम कोर्ट की जानिब से दी गई तहक़ीर अदालत की नोटिस को पाकिस्तानी अदालत ने चैलेंज किया गया है । वतन पार्टी के वकील ज़फ़र उल्लाह ख़ान ने इस नोटिस को चैलेंज करते हुए सुप्रीम कोर्ट की लाहौर रजिस्ट्री में दरख़ास्त दायर की है।

इन की दरख़ास्त को सदर आसिफ़ अली ज़रदारी को दिए गए दस्तूरी दिफ़ा के मसला पर ज़ेर तसफ़ीया दरख़ास्त से मुंसलिक कर दिया गया है ।