गुलमर्ग को डाइस की तरह तरक़्क़ी देने का मंसूबा

मुंबई

चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-कश्मीर मुफ़्ती मुहम्मद सईद ने आज कहा है कि इनका ये देरीना ख़ाब है कि गुलमर्ग को हिन्दुस्तान का डाइस बनाया जाये जहां पर मुल्क के सरकरदा सनअतकार और पालिसी साज़ अपना सालाना इजलास मुनाक़िद करसकें। उन्होंने आज टूर ऐंड ट्रावैल आपरेटर्स के साथ तबादला-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि गुलमर्ग दुनिया का एक मशहूर सयाहती मुक़ाम है और यहां पर जदीद तरीन केबल कार और बेहतरीन सहूलियात से आरास्ता होटलें और सैरो तफ़रीह केलिए साज़गार माहौल है और इस मुक़ाम को हिन्दुस्तान के डाइस की तरह तरक़्क़ी देने का मंसूबा है।

स्विट्जरलैंड में वाक़्य डाइस शहर में वर्ल्ड इकनॉमिक फ़ोर्म का सालाना मुनाक़िद होता है। इस शहर का गुलमर्ग से तक़ाबुल करते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि वादी में ख़ूबसूरत और कुशादा रीसोर टस पाए जाते हैं जहां पर बिज़नस और पोलिसी मेकर्स का इजलास मुनाक़िद किया जा सकता है।

जम्मू-कश्मीर को मुल्क का सर-ए-फ़हरिस्त सयाहती मुक़ाम बनाने के मंसूबा का इन्किशाफ़ करते हुए उन्होंने कहा कि मुश्तबा तब्दीलीयों और ख़ौफ़-ओ-अंदेशों को दूर करने केलिए हर एक के तआवुन की ज़रूरत है। टूर आपरेटर्स को जम्मू-कश्मीर की सयाहत केलिए शहा रग क़रार देते हुए मुफ़्ती सईद ने कहा कि यहां की अज़मत रफ़्ता को बहाल करने केलिए मुम्किना इक़दामात किए जा रहे हैं।

उन्हों ने बताया कि 60 और 80 के अशरा में यहां पर फिल्मों की शूटिंग भी हुआ करती थी और क़ुदरती मुनाज़िर से लुतफ़ अंदोहज़ होने केलिए सय्याहों का हुजूम देखा जाता था और हर साल वैष्णो देवी की यात्रा केलिए हज़ारों अफ़राद यहां आते थे लेकिन शोरिश की वजह से ये सरगर्मीयां मानद पड़ गई जिस का अहया करने की ज़रूरत है।