गैंगरेप के दरिंदे ने घर में छिपाए थे सुबूत

साकेत कोर्ट, 30 अप्रैल: 16 दिसंबर को हुए दिल्ली गैंग रेप केस में गवाह के तौर पर पेश दिल्ली पुलिस के एसआई ने फास्ट ट्रैक कोर्ट के एडिशनल सेशन जज योगेश खन्ना की अदालत को बताया कि गैंग रेप की मुतास्सिरा का मोबाइल फोन एक मुल्ज़िम के घर से बरामद हुआ था। उन्होंने यह भी बताया कि पवन के खून से सनी पेंट और अंडर गारमेंट उसके घर से बरामद किए गए थे। गवाह उस पुलिस टीम का हिस्सा था जो विनय शर्मा और पवन गुप्ता के साथ उनके घर सबूत इकट्ठे करने के लिए गई थी।

गवाह ने अदालत को बताया कि मुतास्सिरा के दोस्त का एक जोड़ी चमड़े का जूता विनय के घर से बरामद किया गया था। उन्होंने अदालत को बताया कि ‘उसने मुल्ज़िम विनय की झुग्गी के एक हिस्से से नोकिया कंपनी का मोबाइल फोन बरामद किया था। इस मोबाइल का आईएमईआई नंबर मुतास्सिरा के आईएमईआई नंबर से मेल खा रहा था।’ गवाह ने बताया कि मुल्ज़िम पवन पुलिस टीम को अपनी झुग्गी में ले गया और अपनी झुग्गी से अपने कपड़े निकाले जो उसने वाकिया के वक्त पहन रखे थे। कपड़ों के ऊपर खून के धब्बे लगे थे।

मामले की सुनवाई के दौरान अक्षय ने अपनी उबूरी जमानत अर्जी के ताल्लुक में अपनी बीमार मां का मेडिकल रिकॉर्ड अदालत को सौंपा। उसने अपनी मां से मिलने के लिए बिहार वाकेए औरंगाबाद जाने के लिए उबूरी जमानत मांगी है। कार्यवाही के दौरान मुकेश और पवन को अपने घरवालों से मिलने की इज़ाज़त दी गई। मुकेश के वकील ने कहा कि वह फिलहाल कहीं और नहीं जाना चाहता है। सरकारी वकील ने दिगर दो गवाहों को भी अदालत में पेश किया।

इनमें से एक गवाह फोटोग्राफर है जिसने मुतास्सिरा के जिस्म पर लगी चोट की तस्वीरें ली थी और दूसरा उस होटल का मुलाज़िम है जिसके सीसीटीवी कैमरे ने उस बस को रिकॉर्ड किया था जिसमें जुर्म हुआ था। तस्वीरों के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज को अदालत में पेश किया गया और गवाहों, जज और वकीलों को दिखाया गया। मुल्ज़िम पवन, अक्षय ठाकुर, विनय और मुकेश के वकीलों ने इल्ज़ाम लगाया कि तस्वीरों के साथ-साथ विडियो तैयार किया गया है। पुलिस पर उसके साथ छेड़छाड़ करने का भी इल्ज़ाम लगाया।