जहर से हुई थी सुनंदा की मौत… कातिल कौन!

दिल्ली पुलिस ने माना की कांग्रेस लीडर व साबिक मरकज़ी वज़ीर शशि थरूर की बीवी सुनंदा पुष्कर ने खुदकुशी नहीं की थी, बल्कि जहर देकर उनका कत्ल किया गया था । लेकिन, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर सुनंदा का कातिल कौन है। वहीं, थरूर ने दिल्ली पुलिस पर इल्ज़ाम लगाए है कि उन्हें जबरन फंसाने की कोशिश की जा रही है।

वहीं, पुलिस के इस रिपोर्ट के बाद थरूर से इस्तीफे की मांग उठ रही है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर बी एस बस्सी ने कहा कि नामालूम लोगों के खिलाफ कत्ल का एक मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि आखिरी मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, 52 साला सुनंदा की मौत गैर फित्री थी।

उन्होंने कहा, उनकी मौत जहर से हुई। उन्हें जहर खिलाया गया या उनके जिस्म में इंजेक्शन के ज़रिये से पहुंचाया गया। ऐसा किसने और क्यों किया, इसकी तहकीकात की जा रही है। खुदकुशी की बात को खारिज करते हुए खुसूसी पुलिस कमिश्नर दीपक मिश्रा ने कहा कि यह जहर देकर जान लेने का मामला है। वहीं साबिक मरकज़ी वज़ीर और तिरूवनंतपुरमसीट से लोकसभा एमपी थरूर ने कहा कि रिपोर्ट के बारे में सुनकर वह अवाक हैं।

उन्होंने जांच में पुलिस को पूरी मदद देने का यकीन दिया। काबिल ज़िक्र है कि 17 जनवरी, 2014 को सुनं मुल्क की दारुल हुकूमत वाके एक होटल के एक कमरे में मुर्दा पाई गई थीं।

मौत से एक दिन पहले थरूर व सुनंदा ने एक मुश्तर्का बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके टि्वटर अकाउंट से गैर कानूनी तौर से किए गए ट्वीट को लेकर वे परेशान हैं और दोनों की अज़दवाजी ज़िंदगी कामयाब है और आगे भी ऐसा ही रखना चाहते हैं।

ट्वीट में थरूर का पाकिस्तानी सहाफी मेहर तरार से ताल्लुक रखने का इल्ज़ाम लगाया गया था। वहीं कांग्रेस ने कहा कि बस्सी के बयान से यह साफ नहीं होता कि सुनंदा ने खुदकुशी की या उनका कत्ल किया गया । लेकिन केरल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने थरूर से लोकसभा की रुकनियत से इस्तीफे की मांग की।

मार्क्सवादी लीडर और केरल के साबिक वज़ीर ए आला वी.एस.अच्युतानंदन ने कहा, अब चूंकि कत्ल का मामला दर्ज कर लिया गया है, इसलिए थरूर को इस्तीफा दे देना चाहिए और खुद को जांच के लिए पेश करना चाहिए। केरल में भाजपा के रियासती सदर वी मुरलीधरन ने भी थरूर से इस्तीफे की मांग की। एम्स से दिल्ली पुलिस को आखिरी तिब्बी रिपोर्ट 29 दिसंबर को मिली थी।

पुलिस ज़राये ने आईएएनएस से कहा कि चार जनवरी को कत्ल का एक मामला दर्ज किया गया। कत्ल की जांच के लिए एक खुसूसी टीम तश्कील कर दी गयी है। तिरूवनंतपुरम में एक बयान में थरूर ने कहा कि वह और सुनंदा के खानदान के मेम्बर सुनंदा की मौत से जु़डी सभी इत्तेला चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की च की जाए और मैं पुलिस को पूरी मदद देने का यकीन देता हूं।

उन्होंने कहा कि, हालांकि बीवी की मौत पर किसी तरह के ढकोसले के बारे में मैंने सोचा भी नहीं। हम सब मामले की एक गहरी जांच चाहते हैं, ताकि सच्चाई सामने आए। मजिस्ट्रेट को 20 जनवरी को सौंपी गई पहली पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, सुनंदा की मौत दवाओं के ज़्यादा इस्तेमाल से हुई थी। लेकिन यह भी कहा गया था कि उनके जिस्म पर चोट के दर्जनभर निशान मिले हैं।

जुलाई में सामने आई आखिरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोट के निशानों की कुल तादाद 15 बताई गई थी। उन चोट के निशानों में एक इंजेक्शन का भी निशान था। बाद में एम्स में फॉरेंसिक टीइम के चीफ सुधीर कुमार गुप्ता ने इल्ज़ाम लगाया था कि सुनंदा की मौत को फित्री बताने के लिए उन पर दबाव डाला गया था। एम्स ने हालांकि इल्ज़ामो से इनकार किया और गुप्ता को ओहदा से हटा दिया था।