जानिए, कहां लगा बैनर- ‘बीजेपी के किसी भी नेता को इफ़्तार पार्टी में घूसने नहीं देंगे’

प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद भाजपा का दावा था कि उनके द्वारा सबके हितों को ध्यान में रखा जाएगा और सभी को एक साथ लेकर चलेंगे। यही कारण है कि भाजपा ने 2014 लोकसभा व 2017 यूपी विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की।

अब केंद्र में भाजपा सरकार को चार साल और प्रदेश में एक साल हो चुका है, लेकिन आलम यह है कि पार्टी अभी तक भी सभी लोगों के दिलों में अपनी जगह नहीं बना सकी। जिसका नतीजा हाल ही में हुए उपचुनाव में भी देखने को मिला। जिसमें वोटरों ने भाजपा को सिरे से नकार दिया। वहीं इन दिनों चल रहे रमजान की रोजा इफ्तार पार्टी में भी भाजपा की एंट्री पर ब्रेक लगाने के सुर उठ गए हैं।

मेरठ में भाजपा विधायकों और सांसद के खिलाफ बगावती सुर उठने लगे हैं। वहीं भाजपाइयों पर उनके खिलाफ हो रही लामबंदी का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा। दरअसल, मेरठ के फैज-ए-आम में दिनांक 12 जून को रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाना है। जिसमें भाजपा के सभी विधायकों और सांसद के अलावा भाजपा पदाधिकारियों को बुलाया गया। इस पार्टी के आयोजन से पहले भाजपा का विरोध शुरू हो गया है।

फैज-ए-आम कॉलेज के बाहर बैनर लगाया गया है। जिसमें लिखा गया है कि भाजपा के किसी भी विधायक, सांसद या पार्टी के पदाधिकारी को रोजा-इफ्तार पार्टी में घुसने नहीं दिया जाएगा।

दरअसल, एक सामाजिक संस्थान द्वारा लगाए गए इस बैनर में कहा गया है कि हापुड़ रोड पर सीएनजी पेट्रोल पंप पर टैंपो चालक इनाम की हत्या के मामले में अभी तक भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसके चलते पीड़ित परिवार में आक्रोश है।

जबकि रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहे भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली का कहना है कि इसमें करीब आठ हजार से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है।

एसपी सिटी कुमार रणविजय ने बताया कि रोजा इफ्तार पार्टी के लिए प्रशासनिक अनुमति दी जा चुकी है। वहीं अगर पार्टी में आने वालों को कोई रोकता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

भाजपा सांसद राजेन्द्र अग्रवाल का कहना है कि किसी को अगर कोई शिकायत है तो वह उनसे आकर मिले और समस्या बताएं। समस्याओं का समाधान किया जाएगा, लेकिन इस तरह विरोध करने का तरीका ठीक नहीं है।