जानिए, रमज़ान या ईद का चांद दुनिया में सबसे पहले कहां और क्यों नज़र आता है? सऊदी अरब से क्या है कनेक्शन?

दुनिया भर में मुस्लिम हर त्यौहार को चांद देखकर मनाते आये हैं। रमज़ान माह से लेकर ईद उल फितर या ईद उल अजहा की नमाज़ हो सभी त्यौहार चांद देखकर मनाई जाती है। इन त्योहारों में खास रमज़ान का पाक महिना और ईद की नमाज़ होती है। एक महीने रोजे की शुरुआत के लिए लोग चांद दिखाई देने को लेकर बेसब्री से इंतजार करते हैं। ऐसा पुरी दुनिया के मुसलमानों के साथ है।

अक्सर देखा गया है कि भारत के मुसलमान चांद तो देखते ही हैं, लेकिन सऊदी अरब पर ज्यादा नजर रखते हैं। उनके मुताबिक सऊदी अरब में अगर चांद दिख गयी है तो रमज़ान या ईद उसके अगले दिन भारत में जरूर मनाई जायेगी। ऐसा ज्यादातर देखा गया है।

मगर कुछ सवाल जरूर मन में आते हैं। क्या ईद या रमज़ान पुरी दुनिया में एक साथ नहीं हो सकती है? हमने इसे लेकर कुछ लोगों से बात करन की कोशिश की है। आपको बता दूं कि इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार महिना 29 या 30 दिनों का होता है। इसलिए रमज़ान कभी 29 की होती है या 30 दिनों की होती है।

लेकिन आप गौर करेंगे तो भारत में मग़रिब का वक्त सऊदी अरब से पहले होता है। यानी चांद आपके यहां पहले दिखाई देगा। लेकिन ऎसा नहीं है, जानकारों के मुताबिक चांद अफ्रीका में सबसे पहले नजर आता है। और सऊदी अरब अफ्रीका के पास है, इसलिए वहां पहले दिखाई देता है।

एक आलीम के मुताबिक जिस वक्त चांद उगने का वक्त होता है, उस वक्त सऊदी अरब या अफ्रीकी देशों में मग़रिब का वक्त होता है, इसलिए चांद अरब देश पहले देख लेते हैं।

लेकिन कभी कभी ऐसा भी होता है, जब चांद पुरी दुनिया में सभी जगह नजर आ जाये। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि ईद का चांद पुरी दुनिया में एक साथ देखा जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो ईद एक साथ हो सकती है, जैसा कि उम्मीद की जा रही है।