जेल चले मुन्ना भाई

मुंबई, 16 मई: (एजेंसी) बॉलीवुड अदाकारा संजय दत्त टाडा कोर्ट में खुदसुपुर्दगी के लिए घर से निकल चुके हैं। उनके घर से गाड़ियों का काफिला निकला है। इनमें से ही एक गाड़ी में संजय दत्‍त मौजूद हैं।

संजय के साथ उनकी बीवी मान्यता, बहन प्रिया दत्त, नम्रता और महेश भट्ट हैं। संजय के काफिले के साथ पुलिस की ग‌ाड़ियां भी हैं।

संजय टाडा कोर्ट में खुदसुपुर्दगी करने वाले हैं। वहां से उन्हें आज जेल भेज दिया जाएगा। जेल में उन्हें लगभग 42 म‌हीने की सजा बितानी है।

इस बीच जेल इंतेज़ामिया को गुमनाम खत मिला है, जिसमें संजय दत्त की जान को खतरा बताया गया है। हालांकि आफीसरों ने उनकी कड़ी सेक्युरिटी का भरोसा जताया है।

ऑर्थर रोड जेल के आईजीपी (जेल) विनोद लोखांडे ने गुमनाम खत के बारे में ज्यादा इत्तेला न देते हुए सिर्फ यही कहा कि तीन दिन पहले मिले इस खत को संजीदगी से लिया जा रहा है और संजय दत्त को मुनासिब सेक्युरिटी दी जाएगी।

इससे पहले दत्त ने इससे पहले पुणे की यरवदा जेल में खुदसुपुर्दगी करने की अपील की थी, लेकिन बुध के दिन अदालत की इज़ाज़त के बाद उन्होंने यह दरखास्त वापस ले लिया।

उनके वकील सुभाष जाधव ने खुसूसी अदालत में कहा कि संजय अपनी दरखास्त वापस लेना चाहते हैं और 16 मई को वह अदालत में खुदसुपुर्दगी करेंगे। अदालत ने दरखासत वापस लेने की इज़ाज़ज़त दे दी।

गौरतलब है कि 53 साला संजय दत्त को आर्म्स एक्ट के तहत गुनाहगार ठहराया गया है और पांच साल की सजा सुनाई गई है। उन्हें अभी साढ़े तीन साल और जेल में बिताने होंगे।

संजय ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी सजा के खिलाफ एक बार फिर से जायज़ा लेने की गुज़ारिश किए थे, जिसे अदालत ने 10 मई को खारिज कर दिया था।

इससे पहले संजय दत्त ने खुदसुपुर्दगी के लिए चार हफ्तों का वक्त मांगे थे, जिसे रद्द कर दिया गया था।

सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च को अपने फैसले में 2006 में टाडा कोर्ट की तरफ से दी गई सजा को बरकरार रखा था। मगर उसे एक साल घटाकर पांच साल कर दिया था।