ट्रम्प अब अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश के विरोधी नहीं रहे: माइक पेन्स

वाशिंगटन 08 अक्टूबर: रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति बनने के मामले में मुसलमानों के अमेरिका में प्रवेश विरोधी नहीं रहे। उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार माइक पेन्स ने ये बात कही जिससे ये पता चलता हैकि पहले ट्रम्प ने अपनी नीति ज़हर कया था, उसमें अब लचक पैदा होती जा रही है।

सीएनएन को एक साक्षात्कार देते हुए श्री पेन्स ने कहा कि ट्रम्प का रुख अब वह नहीं रहा। उनसे साक्षात्कार लेने वाले ने ट्रम्प की इस नीति के बारे में सवाल किया था कि क्या ट्रम्प अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश के अब तक विरोधी हैं? पेन्स जवाब देते हुए कहा कि ट्रम्प हमेशा अमेरिकी जनता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और उन्होंने अपने रुख हमेशा स्पष्ट रखा है। हम केवल उन्हीं देशों के मुसलमानों के अमेरिका में प्रवेश निषेध होगा जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं की है।

एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पेन्स ने ओबामा प्रशासन को लक्ष्य आलोचना बनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका ईरान को पैसा दे रहा है।

अपनी बात जारी रखते हुए श्री पेन्स ने कहा कि आज एक वादा करता हूँ कि जिस समय ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे तब आतंकवादियों को कोई फिरौती का भुगतान नहीं किया जाएगा। अमेरिकी नागरिकों को गिरफ्तार करने या उन्हें डराने-धमकाने की ईरान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

अमेरिका में अब चार साल तो ओबामा के हो नहीं सकते। वह चार साल जहां दुश्मनों से माफी और दोस्तों से दूरी अपनाने का सिलसिला जारी नहीं रक सकता। अमेरिका की सुरक्षा के लिए दुनिया की रक्षा के लिए, जरूरत इस बात की हैकि अमेरिका को मजबूत किया जाए और जिस समय ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे तो अमेरिकी सत्ता एक बार फिर उभर कर आएगी और दुनिया देखेगी।