तमाम ओक़ाफ़ी आराज़ीयात की तख़सीस पर मुकम्मल सी बी आई तहक़ीक़ात ज़रूरी

हैदराबाद 31 जनवरी (सियासत न्यूज़) जनाब ज़ाहिद अली ख़ान एडीटर सियासत-ओ-रुकन पोलेट ब्यूरो तेलगू देशम ने बी पी आचार्य की आमार एस्क़ाम में गिरफ़्तारी पर कहा कि एक मल्टीनेशनल कंपनी को ज़मीन की हवालगी में बे क़ाईदगियों की सी बी आई के ज़रीया तहकीकात करते हुए ये कार्रवाई की जा रही है जबकि होना तो ये चाहीए कि दरगाह हज़रत हुसैन शाह वलीऒ की 1654 एकड़ अराज़ी की मुख़्तलिफ़ कंपनियों को हवालगी समेत शमस आबाद में इंटरनेशनल ए रिपोर्ट केलिए दरगाह हज़रत बाबा शरफ़ अलुद्दीन की 1050 एकड़ ज़मीन की हवालगी जामिआ निज़ामीया की राय दुर्ग में 425 एकड़ अराज़ी पर हैदराबाद नॉलिज सिटी पार्क के फ़रोग़ .

दरगाह हज़रत इसहाक़ शाह मदनी औलिया(रहि.) की ओक़ाफ़ी जायदाद की हिंदूजास को हवालगी के इलावा दरगाह हज़रत मख़दूम बयाबानी (रहि.) से मुंसलिक आलिवर में वाक़्य 1,200 एकड़ दरगाह हज़रत बाबा शरफ़ अलदेनऒ से मुंसलिक मज़ीद1000 एकड़ अराज़ी दरगाह हज़रत शाह राजू क़िताल से मुंसलिक तनगरा ख़िरद (सुरूर नगर) में वाक़्य 600 एकड़ आशूर ख़ाना अली साद से मुंसलिक मामड़ी पली में वाक़्य 490 एकड़ अराज़ी और मुस्लिम मैटरनिटी केलिए वक़्फ़ महेशो रुम की 420 एकड़ अराज़ी की मुआमलतों की सी बी आई से तहकीकात करवाई जाय । ये मलिक का सब से बड़ा एस्क़ाम होगा। जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने कहा कि आमार प्रापर्टीज़ मुआमला की तहकीकात सी बी आई सिर्फ एक पहलू पर कररही है.

अगर इस मुंतक़ली के बुनियादी दस्तावेज़ात का जायज़ा लेगी तो ये बात वाज़ेह होजाएगी कि मिस्टर आचार्य-ओ-दीगर ओहदेदारों ने दस्तावेज़ात में उलट फेर किया है। जनाब ज़ाहिद अली ख़ान के कहा कि अक़ल्लीयतों की तरक़्क़ी केलिए मुवाज़ना में 400-450 करोड़ रुपय की तख़सीस करवाने तग-ओ-दो करना पड़ रहा है। इन जायदादों को वक़्फ़ बोर्ड के हवाला करके उन्हें फ़रोग़ देने के वसाइल फ़राहम किए जाएं तो मुस्लमानों को हुकूमत की इमदाद पर इन्हिसार की ज़रूरत नहीं रहेगी बल्कि बोर्ड इस मौक़िफ़ में होगा कि ज़रूरत पड़ने पर हुकूमत को क़र्ज़ दे ।

जनाब ज़ाहिद अली ने कहा कि बी पी आचार्य वुज़राए आला की पुश्त पनाही कर ये समझ बैठे थे कि वो कुछ भी करलें उन से बाज़पुर्स करने वाला नहीं होगा।