तलबा की नुमाइंदगी को मुताल्लिक़ा वज़ारत से रुजू किया, दत्तात्रेय की वज़ाहत

हैदराबाद 21 जनवरी: मर्कज़ी वज़ीर बंडारू दत्तात्रेय ने इन इल्ज़ामात को मुस्तर्द कर दिया कि वज़ारत फ़रोग़ इन्सानी वसाइल को उनके भेजे गए मकतूब की वजह से दलित स्कॉलर को मुअत्तल किया गया था जिसने बाद में ख़ुदकुशी करली।

उन्होंने वज़ाहत की के ए बीवीपी ने उनसे जो नुमाइंदगी की उसे सिर्फ मुताल्लिक़ा वज़ारत से रुजू किया गया। रोहित इन पाँच तलबा में एक था जिसे हैदराबाद सेंट्रल यूनीवर्सिटी में हॉस्टल और दुसरे सहूलयात तक रोक दी गई थी। दत्तात्रेय ने कहा कि मर्कज़ी वज़ीर होने के साथ साथ वो सिकंदराबाद के मुंख़बा एमपी भी हैं।1980 के दहिय में सियासत में दाख़िले के बाद से वो हमेशा समाज के तमाम तबक़ात से राबिता बरक़रार रखे हुए हैं।

आम आदमी से नुमाइंदगी वसूल करके उन्हें मुताल्लिक़ा वज़ारतों तक पहुंचाना वो बहैसीयत मुंख़बा नुमाइंदा अपनी ज़िम्मेदारी समझते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी तलबा ग्रुप अगर उनसे नुमाइंदगी करे तो ये उसी अंदाज़ में मुताल्लिक़ा वज़ारत से रुजू करते हैं और उनका रोल महदूद है। उन्होंने तवक़्क़ो ज़ाहिर की के इस वज़ाहत के बाद मसले की यकसूई हो जाएगीगी।