तशकील(निर्माण) तेलंगाना के ऐलान तक निकलस रोड पर ही क़ियाम

पुलिस की गोली सबसे पहले हम खाएंगे, वेनकट रेड्डी का दावा कांग्रेस के रुकन असैंबली साबिक़ रियास्ती वज़ीर (विधायक पूर्व राज्य मंत्री) मिस्टर के वेनकट रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना राज्य के गठन की तशकील(घोषणा) होने तक निकलस रोड पर क़ियाम(स्थापना) करेंगे. अगर पुलिस गोली चलाना चाहती है तो अवाम (जनता) पर नहीं हम पर चलाए.

उन्होंने कहा आंधराई सरकार ने सुबह से शाम तक तेलंगाना के वुज़रा (मंत्रियों) चीफ़ मिनिस्टर के पैर पड़ने पर तीन घंटे की शर्त तेलंगाना मार्च के मशरूत (आयोजन) की अनुमति दी गई है. निकलस रोड भरे जनता को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने पूछताछ किया कि केंद्रीय मंत्री वायीलार रवि कौन है उन्हें तेलंगाना के इतिहास के बारे में क्या पता है.

सैकड़ों छात्रों और युवाओं ने अलग तेलंगाना राज्य के गठन के लिए जीवन की आहुति दी है. तेलंगाना की जनता अपना अधिकार मांग रहे हैं तेलंगाना को वर्ष 1956 में सीमा आंध्र में एकीकृत किया गया है फिर बहाल करने की मांग कर रहे हैं. तेलंगाना की क़ियाम होने तक निकलस रोड पर रहेंगे, जनता केवल चुप रहे. अगर पुलिस गोली चलाती है तो सबसे पहले हम नेता आगे रहेंगे, पुलिस पहले हमारे स्तनों पर गोली चलाए.

कांग्रेस हाई कमान और केंद्र सरकार तेलंगाना की जनता की भावनाओं का सम्मान करने के बजाय चुनाव ईद और त्योहारों का बहाना करते हुए फैसले को टाल रही है. आज तेलंगाना जनता के जो भी समस्याएं हैं उसके लिए तेलंगाना मंत्रियों जिम्मेदार हैं. पिछले साल सभी विधायकों, सांसदों ने तेलंगाना के लिए त्यागपत्र दिया था लेकिन मंत्रियों तमाशा कर रहे थे.

इस्तीफा देकर छोड़ गए. जब मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया तो तेलंगाना के मंत्रियों मुझसे संपर्क कर इस्तीफा न देने पर जोर दिया, उनका कहना था कि अगर वह इस्तीफा देते हैं तो जनता की ओर से उन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ेगा. तेलंगाना के मंत्रियों को तेलंगाना के युवाओं और छात्रों के बलिदान का एहसास नहीं है.

वह सत्ता के लालच में आंधराई नेतृत्व जी हुजूर में व्यस्त हैं . हैदराबाद में तेलंगाना मार्च आयोजित करने के लिए आंधराई शासकों से मिन्नत समाजत करना पड़ रहा है. तेलंगाना मार्च की अनुमति देने के बावजूद सरकार और पुलिस की ओर से उसे नाकाम बनाने के प्रबंधन साजिश रची गई