ताई ने 6 माह की शिरखार को गढ़े में फेंक दिया

हैदराबाद 02 अक्टूबर बच्चों को देखकर दुश्मन भी दुश्मनी भूल जाते हैं, अदावत, ग़म-ओ-ग़ुस्सा शिरखार बच्चों के खेल में कहीं गुम होजाता है लेकिन समाज में ऐसे शैतान सिफ़त इन्सान भी हैं जो अपनी दुश्मनी में जानवरों से बदतर रवैय्या इख़तियार करने लगते हैं।

पुराने शहर के इलाके तालाबकट्टा में एक एसा ही इन्सानियत सोज़ शर्मनाक वाक़िया पेश आया जहां रिश्ते में हक़ीक़ी ताई ने अपने देवर की 6 माह की बच्ची को पानी के गढ़े में फेंक दिया जहां उस की मौत वाक़्ये हो गई।

लड़की को पानी से निकाल कर हॉस्पिटल मुंतक़िल किया गया लेकिन डाक्टरों ने उसे मुर्दा क़रार दिया।

तफ़सीलात के मुताबिक़ ख़दीजा की माँ ने मकान में तलाश करने के बाद रोती हुई पड़ोस के मकानात में दरयाफ़त किया और जवाब नफ़ी में मिलने पर हैरान थी कि मकान में पानी के गढ़े पर नज़र पड़ी जहां बच्ची मौजूद थी। फ़ौरन दवाख़ाना मुंतक़िल करने के बाद इस शिरखार बच्ची को मुर्दा क़रार दिया गया।

इस शिरखार की मौत के बाद ख़ानदान का आपसी मसला और हादसाती मौत तसव्वुर करते हुए इसमईल के अफ़रादे ख़ानदान ने पहले तो ख़ामोशी इख़तियार की लेकिन जब पुलिस ने मुआमले में मुदाख़िलत की तो चंद ही घंटों में ये हक़ीक़त सामने आगई कि ताई इर्ष्या बेगम इस मौत की ज़िम्मेदार है।

पुलिस भिवानीनगर ने इर्ष्या बेगम को हिरासत में ले लिया है। वाक़िया की इत्तेला पाकर डिप्टी कमिशनर पुलिस साउथ ज़ोन सत्यना राय‌ना तालाबकट्टा इलाके में इसमईल के मकान पहूंचे। वाक़िया पर अपने गहरे रंज-ओ-ग़म का इज़हार किया।