तानडोर में बंद बे असर

हुकूमत की अवाम दुश्मन पालिसीयों के ख़िलाफ़ कम्यूनिस्ट जमातों की जानिब से बंद की अपील बेअसर दिखाई दी क्योंकि दुकानात, दफ़ातिर, तालीमी इदारों पर इसका कोई ख़ास असर नहीं देखा गया। ताहम सी पी आई की ख़वातीन तंज़ीम के ज़ेर-ए-एहतिमाम एक जलूस निकाला गया।

दूसरी तरफ़ मुलाज़मीन मुलाज़मीन का मज़कूरा बंद से दूरी इख़तियार करना नाक़ाबिल फ़हम माना जा रहा है।इस मौक़ा पर कम्यूनिस्ट क़ाइदीन जनार्धन रेड्डी, विजय लक्ष्मी, पण्डित-ओ-दीगर ने अपनी तक़ारीर में कहा कि रियासत में बदउनवानी का सैलाब उमड़‌ रहा है और हुकूमत इस पर क़ाबू पाने के बजाय अपने बद उनवान वुज़रा की पर्दापोशी में लगी हुई है।

इस मौक़ा पर कम्यूनिस्ट क़ाइदीन और अवाम की कसीर तादाद मौजूद थी|