तेलंगाना पर चिदम़्बरम का ब्यान मायूसकुन

हैदराबाद। ०२अगस्त (सियासत न्यूज़) अलैहदा तलंगाना मसला पर मर्कज़ी वज़ीर पी चिदम़्बरम के ब्यान से तलंगाना के हामी जमातों और तंज़ीमों में मायूसी पाई जाती है। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला की हैसियत से कल अपनी आख़िरी प्रैस कान्फ़्रैंस में चिदम़्बरम ने फिर एक बार तेलंगाना मसला पर इत्तिफ़ाक़ राय को ज़रूरी क़रार दिया और वही बात दुहराई जो तवील अर्सा से वो कहते आरहे हैं। उन्हों ने कहा कि वज़ारात-ए-दाख़िला का काम रियासत तशकील देना नहीं बल्कि ये काम तो हुकूमत का है और वज़ारत का काम हुकूमत के फ़ैसले पर अमल करना ही।

उन्हों ने कहा कि तलंगाना मसला पर मुख़्तलिफ़ सयासी जमातों से राय हासिल होनी अभी बाक़ी है और इत्तिफ़ाक़ राय होने तक हुकूमत कोई फ़ैसला नहीं करसकती। चिदम़्बरम ने वज़ारत-ए-दाख़िला की जानिब से तलंगाना मसला पर सदर जमहूरीया को रिपोर्ट पेश किए जाने की तरदीद की। पी चिदम़्बरम के इस ब्यान से मर्कज़ी हुकूमत का मौक़िफ़ फिर एक बार वाज़िह होगया कि इत्तिफ़ाक़ राय के बगै़र तलंगानारियासत की तशकील नहीं दी जा सकती। हालिया अर्सा में नई दिल्ली में जारी सरगर्मीयों को चिदम़्बरम के इस ब्यान से धक्का लगा ही।

अब ये मुआमला नए मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शनडे के हाथ में है। इसी दौरान तलंगाना राष़्ट्रा समीती और तलंगाना पोलीटिक्ल ज्वाइंट ऐक्शन‌ कमेटी ने पी चिदम़्बरम के ब्यान पर अफ़सोस का इज़हार किया। टी आर ऐस तर्जुमान ने कहा कि चिदम़्बरम को 9 दिसम्बर 2009-ए-के अपने ब्यान को फ़रामोश नहीं करना चाहिए जिस में उन्हों ने अलैहदा रियासत तलंगाना की तशकील का ऐलान किया था, बाद में मर्कज़ ने इस ब्यान से इन्हिराफ़ कर लिया।

तर्जुमानने कहा कि टी आर ऐस मुज़ाकरात के बजाय एजीटशन के ज़रीया तलंगाना के हुसूल परयक़ीन रखती ही। प्रोफ़ैसर कूद नड्डा राम ने बताया कि उन्हें चिदम़्बरम के ब्यान पर कोई हैरत नहीं। तेलंगाना जे ए सी अपनी तहरीक में शिद्दत पैदा करेगी और मर्कज़ पर दबाॶ बनाया जाएगा। उन्हों ने तेलगु देशम और वाई ऐस आर कांग्रेस पार्टी से मुतालिबा किया कि तलंगाना मसला पर अपना मौक़िफ़ वाज़िह करें।