दिल्ली का जिस्मफरोश यूपी में तलाश रहा था सियासी ज़मीन

लखनऊ। राजधानी दिल्ली के जी बी रोड में जिस्मफरोशी के काले धंधे में तकरीबन पांच हज़ार लड़कियों को धकेल कर अरबों का साम्राज्य खड़ा करने वाला आफाक हुसैन उर्फ़ बाउजी सफ़ेदपोशी की चादर ओढ़ कर उत्तर प्रदेश के चुनावी समर में कूदने की तैयारी में था। धन बल के बूते इसने प्रदेश की सत्तारूढ़ सपा के कई नेताओं को अपने शीशे में भी उतार लिया था। राजनेताओं के स्वागत में गाहे बगाहे होर्डिंग, बैनर लगवाए जाते थे, ताकि ज़रुरत पड़ने पर सपा से टिकट लेने का रास्ता हमवार किया जा सके। इससे पहले कि वह अपनी योजना को अमली रूप देता दिल्ली पुलिस ने उसे पत्नी और आठ गुर्गों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
वर्ष 1999 में जीबी रोड की ही सायरा बानो से निकाह करने वाला आफाक हुसैन यूपी के मुरादाबाद संभल का रहने वाला है। हसनपुर-संभल रोड पर हसनपुर से करीब 10 किलो मीटर की दूरी पर उझरी गांव हैं। यहाँ के ही रहने वाले हैं सपा सरकार में काबिना मंत्री कमाल अख्तर । मीडिया रिपोर्ट पर यकीन करें तो आफाक के अख्तर से अच्छे संबंध हैं। सपा में इसके कई और दर्दमंद बताए जाते हैं। वह उझरी, हसनपुर, गजरौला नेशनलहाइवे पर अपने साथ उनके स्वागत सत्कार में बराबर होर्डिंग, बैनर लगवाया करता है। अभी भी यह नज़ारा हाइवे पर देखने को मिल जाएगा।
आफाक घर के पास हसनपुर, गजरौला में सियासी ज़मीन तलाश रहा था। वहां के लोगों में अपनी शाख बनाने को पर्व त्योहारो में पोस्टर, बैनर लगवाने के अलावा कार्यक्रम भी आयोजित करवाता था। इस रमज़ान में इसने एक बड़ी इफ्तार पार्टी भी दी थी जिसमें कई बड़े नेता शरीक हुए थे। आफाक की अपनी शिया बिरादरी में भी खासी पकड़ है। दिल्ली पुलिस को संदेह है कि अपने उद्देश्य पूरे करने को वह नेताओं को लड़कियां भी सप्लाई किया करता था।
लखनऊ से एम ए हाशमी