दिल्ली : ध्रुव राज त्यागी की हत्या के बाद इलाके में तनाव, कई मुस्लिम छोड़ रहे हैं अपना घर

नई दिल्ली : पश्चिमी दिल्ली के बसई दारा पुर में रविवार को बेटी के साथ छेड़छाड़ के विरोध करने पर बसई दारापुर गांव में 11 लोगों ने मिलकर एक कारोबारी की हत्या कर दी और बेटे को भी खूब पीटा। घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिशें हुईं, लेकिन एक सच यह भी है कि उन्हें अस्पताल तक ले जाने वाले भी उसी धर्म के थे, जिन्होंने वार किए थे। घटना के दौरान किसी की हिम्मत आगे आने की नहीं हुई, लेकिन रियाज अहमद और उनके पिता मोहम्मद मुर्तजा ने खून से लथपथ 51 वर्षीय बिजनसमैन और बेटे को बचाया। रियाज उन्हें अस्पताल ले जाने लगे, तब भी हमलावरों ने रास्ता रोका था। उनसे बचाकर रियाज ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बिजनसमैन ने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया.

जान गंवाने वाले व्यवसायी ध्रुव राज त्यागी की हत्या के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है। त्यागी समुदाय अब महापंचायत की तैयारी कर रहा है। इस बीच यहां कई मुस्लिम अपना घर छोड़कर जा रहे हैं। यहां रहने वाले 32 वर्षीय रियाज अहमद ने अपनी चार भतीजियों को अपने रिश्तेदार के पास दिल्ली के ही उत्तम नगर भेज दिया। अहमद उन परिवारों में से एक ही जिन्होंने यहां हत्या के बाद उपजे तनाव के बाद घर छोड़ा है। हत्या का आरोपी अल्पसंख्यक समुदाय से है। स्थानीय लोग हत्या के विरोध में प्रदर्शन के साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया था। अहमद उन लोगों में से है जो पीड़ित और उसके बेटे को बचाने में लगे थे। इससे पहले आरोपियों ने मृतक की बेटी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। इसका विरोध करने पर ही आरोपी ने व्यवसायी ध्रुव राज त्यागी को चाकू से गोद दिया था।

इंडियन एक्सप्रेस जब पीड़ित परिवार के घर से कुछ दूरी पर स्थित अहमद के घर पहुंचा तो वहां ताला लगा हुआ था। पड़ोसियों ने बताया कि वह सुबह ही घर से निकल गया है। पड़ोसियों ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वे लोग कब तक लौटेंगे। अहमद के अलावा तीन अन्य मुस्लिम परिवार भी अस्थायी रूप से यहां से जा रहा है।

गुस्साए लोगों ने निकाला जुलूस, दोषियों को फांसी की मांग : गुस्साए स्थानीय लोगों ने गुरुवार को इलाके में जुलूस निकाला और दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की। दिल्ली पुलिस ने एहतियातन पुलिसकर्मियों के अलावा अर्द्धसैनिक बल के जवानों को भी बसई दारापुर गांव में तैनात किया है, ताकि इलाके का माहौल ना बिगड़े। पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज भी मौके पर स्थिति का जायजा लेते हुए दिखीं। दोपहर तीन बजे के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग। इसके लिए मोती नगर चौराहे को जाम कर दिया गया था। साथ ही गुस्साए लोगों ने जमकर नारेबाजी की.

मोहम्मद अकरम ने कहा कि बृहस्पतिवार को हमने लोगों को मुसलमानों बसई छोड़ो का नारा लगाते सुना। मैंने अपने परिवार से अपने दोस्त के यहां रमेश नगर चलने के लिए कहा। अकरम ने कहा कि उसके बच्चे अभी छोटे हैं और उसे डर लग रहा है। बसई दारा पुर मस्जिद के नजदीक रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर 45 वर्षीय सोहेल सलमानी अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ अपने रिश्तेदार के यहां उत्तम नगर जा चुके हैं। सलमानी के कहा कि हम चाहते हैं कि दोषी को सजा मिले लेकिन इसके लिए पूरे समुदाय को सजा नहीं मिलनी चाहिए। मामले को सांप्रदायिक रंग न दिया जाएः पीड़ित के चचेरे भाई का कहना है कि यदि मुसलमान ने उसके भाई को मारा है तो उनके भतीजे को मुसलमान ने ही बचाया। इस मामले को सांप्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए। हम इसकी निंदा करते हैं। हम नहीं चाहते कि बसई में मुसलमानों को कुछ हो।

बता दें कि वेस्ट दिल्ली के बसई दारापुर इलाके में ध्रुवराज त्यागी हत्या मामले में पुलिस ने बुधवार को मुख्य आरोपी जहांगीर की पत्नी व उसकी बेटी रशिदा को गिरफ्तार कर लिया। है। डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मां-बेटी भी वारदात में शामिल थीं और इन्होंने पीडित की बेटी की पिटाई की थी। इससे पहले मोती नगर थाना पुलिस ने इस मामले में 1 नाबालिग समेत 4 आरोपियों को अरेस्ट कर चुकी है। बता दें बेटी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर बदमाशों ने पिता व उसके बेटे पर चाकू से हमला कर दिया था। इलाज के दौरान पिता की मौत हो गई बेटे की हालत गंभीर है। पुलिस ने पहले मामला आईपीसी की धारा 307/323/506/509/34 में दर्ज किया था। ध्रुवराज त्यागी की मौत के बाद हत्या की धारा इसमें जोड़ दी है।