धार्मिक बैठक में हरियाणा मुख्यमंत्री के पीए देख रहे थे आपत्तिजनक वीडियो, वायरल

आपत्तिजनक वीडियो देखते समय हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल के पीए अभिमन्यु भूल गए कि वे कहां और किस उद्देश्य से, किन हस्तियों की गरिमामयी उपस्थिति के बीच मौजूद हैं। दरअसल, देश की एक प्लस ग्रेड यूनिवर्सिटी केयू के सीनेट हाल में एक बड़े और प्रतिष्ठित धार्मिक आयोजन को लेकर राज्य सरकार ने एक विशेष बैठक आयोजित की थी।

इस बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत कई प्रतिष्ठित हस्तियां विचार मंथन करने पहुंचीं थीं। सीनेट हाल में उक्त विशेष बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के मंच से अलग अग्रणी पंक्ति में एक धर्मगुरु भी बैठे थे। इन्हीं के साथ वीआईपी कुर्सी पर मुख्यमंत्री के पीए की आंखें एंड्रायड फोन में चलाई गई वीडियो देखने में व्यस्त थीं। कानों में लीड लगाकर वीडियो देखते समय अभिमन्यु कार्यक्रम की मर्यादा के साथ यह भी भूल गए कि उनके साथ एक धर्मगुरु भी बैठे हैं।

बावजूद इसके सभी से नजरें चुराते हुए ये जनाब वीडियो पर आंखें गड़ाए रहे। यहां यह बताना लाजिमी है कि उनके मोबाइल में जो आपत्तिजनक सीन चल रहा था ,उससे पहले उसमें सामान्य दृश्य ही चल रहे थे, लेकिन धार्मिक आयोजन पर हो रही इस सरकारी बैठक में सामान्य वीडियो देखना भी गलत था, मगर हद तो तब हो गई, जब इस सामान्य वीडियो के साथ ही उनके मोबाइल के वीडियो में बेहद आपत्तिजनक सीन भी चल पड़े।

वीडियो में ऐसा दृश्य भी दिखा, जिसे सभ्य समाज सार्वजनिक रूप से देखने की इजाजत नहीं देता। बता दें कि इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में दर्शन, नैतिक मूल्यों और वर्तमान परिस्थितियों के साथ-साथ आयोजन की तैयारियों तथा भावी योजनाओं को लेकर भी कई महत्वपूर्ण बातें साझा की थीं, लेकिन वीडियो देखने की लालसा में अभिमन्यु इन जानकारियों को हासिल करने से वंचित रह गए।

मोबाइल कैमरे के क्लिक से चेते गुरुजी,  अभिमन्यु को किया चौकन्ना
कार्यक्रम के दौरान धर्मगुरु के साथ लगी वीआईपी चेयर पर बैठे जनाब की जब मोबाइल कैमरे से फोटो खींची तो मोबाइल क्लिक की आवाज कानों पर लगी लीड के कारण उन्हें सुनाई नहीं दी। चूंकि उक्त धर्मगुरु साथ ही बैठे थे और वे जान चुके थे किसी ने मोबाइल के मालिक को वीडियो के साथ कैमरे में कैद कर लिया है, लिहाजा उन्होंने अभिमन्यु को चौकन्ना करते हुए कान में कुछ कहा, जिसके बाद उन्होंने न केवल कानों से लीड निकाल ली,बल्कि मोबाइल वीडियो को बंद कर व्हाट्स एप मैसेज शुरू कर दिए।

मोबाइल ऑफ, सामने नहीं आ सका अभिमन्यु का पक्ष
इस प्रकरण के तूल पकड़ने के बाद जब मुख्यमंत्री के पीए अभिमन्यु से उनका पक्ष जानने के लिए कॉल की गई तो उनका मोबाइल ऑफ मिला। उन्हें टेक्स्ट मैसेज के अलावा व्हाट्स एप भी किया गया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं आया। इसलिए उनका पक्ष सामने नहीं आ सका। जब भी उनका पक्ष सामने आएगा, उसे भी प्रकाशित किया जाएगा।