नन से रेप के आरोपी बिशप फ्रांको को पोप ने पद से हटाया

केरल में नन से बलात्कार करने के आरोपी बिशप फ्रांको मुलक्कल पर पोप फ्रांसिस ने बड़ा एक्शन लिया है. कैथोलिक बिशप कांफ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) ने बताया कि बिशप फ्रांको मुलक्कल को तत्काल अस्थायी तौर पर पादरी की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है. फ्रैंको मुलक्कल से आज एर्नाकुलम में क्राइम ब्रांच के ऑफिस में शाम तक पूछताछ की गई.

सीबीसीआई ने एक बयान में कहा कि पोप ने आर्कडियोसीस ऑफ बांबे के बिशप इमरिट्स एंग्लो रुफिनो ग्रैसियस को डियोसीस ऑफ जालंधर के एपोस्टोलिक प्रशासक बनाया गया है. यह घोषणा ऐसे समय में हुई जब वरिष्ठ कैथोलिक पादरी फ्रांका मुलक्कल से विशेष जांच दल यहां दूसरे दिन भी पूछताछ कर रहा है.

केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल के प्रवक्ता फादर वर्गीज वल्लीकट्टू ने पीटीआई से कहा कि पोप ने फ्रांका मुलक्कल द्वारा अस्थायी रूप से जालंधर डियोसी के बिशप पद से हटने की पेशकश करते हुए 16 सितंबर को लिखे गये पत्र के आलोक में यह निर्णय लिया है.

केरल पुलिस द्वारा इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किये जाने के बाद फ्रांको मुलक्कल ने यह पत्र लिखा था. बिशप मुलक्कल पर मिशनरीज ऑफ जीसस कांग्रेगेशन ऑफ जालंधर डियोसी की केरल की एक नन ने बलात्कार का आरोप लगाया था. फ्रांको मुलक्कल ने आरोप से इनकार किया है.