नार्वे :जंगली भेड़ीयों का मुलाक़ात के लिए आई दोस्त का वालहाना इस्तेक़बाल

बहुत देर कर दी मेहरबाँ आते आते। नार्वे के मुहब्बत पसंद भेड़ीयों ने अपने पर ख़ुलूस रवैय्ये से साबित कर दिया है कि सिर्फ इंसान ही इंसान से गहरी मुहब्बत नहीं बल्कि जानवर भी इसी जज़बे से सरशार हैं।चिड़ियाघर में मौजूद इन चार भेड़ीयों की एक नौजवान ख़ातून से दो साल क़ब्ल इतनी गहरी दोस्ती हो गई कि जब दो माह तक ये ख़ातून उनसे मिलने नहीं आई तो इस ग़ैर हाज़िरी के दौरान इन भेड़ीयों ने हर घड़ी उसकी कमी को महसूस किया जिससे ये ख़ातून भी नावाक़िफ़ थी।

इस तवील ग़ैर हाज़िरी के बाद जब ये ख़ातून उनके पास आई तो उन भेड़ीयों ने अपनी इस दोस्त को देख कर दौड़ लगा दी और इसके ऊपर लपक कर इस के चेहरे को चूमते हुए वालहाना इस्तेक़बाल किया।