नावी प्ले की रिपोर्ट मुंसिफ़ाना नहीं होगी, श्रीलंकाई वज़ीर का तास्सुर

श्रीलंका हुकूमत के एक वज़ीर ने कहा है कि जुनूबी एशिया की इस जज़ीरा रियासत में ख़ानाजंगी के ख़ात्मे के चार साल बाद अक़वामे मुत्तहदा की इंसानी हुक़ूक़ कमिशनर नावी प्ले जो तहक़ीक़ात कर रही हैं, इस में शफ़्फ़ाफ़ियत का फ़ुक़दान है और उन की मुजव्वज़ा रिपोर्ट मुंसिफ़ाना और ग़ैर जानिबदाराना नहीं होगी।

अक़वामे मुत्तहदा के एक पैनल के मुताबिक़ श्रीलंका में 26 साल तक चली ख़ानाजंगी के दौरान हुकूमती अफ़्वाज और टामिल बाग़ी दोनों ही जंगी जराइम के मुर्तक़िब हुए हैं।