निर्जन टापू जहां रोहिंग्या मुसलमानों को बसाया जायेगा, वहां रहता है बाढ़ का खतरा!

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रोहिंग्या मुसलमानों को अस्थाई तौर पर निर्जन टापू पर बसाने का निर्णय किया है। बता दें कि पिछले साल म्यांमार में हिंसा भड़कने से रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेश में शरण ली। ये सभी म्यांमार की सीमा के पास कॉक्स बाजार जिले के शिवरों में शरणागत हैं।

इससे पहले भी यहां करीब तीन लाख शरणार्थी बसे हुए हैं। वहीं अब इस क्षेत्र में नए रोहिग्याओं के आ जाने से यहां अब मारामारी और बढ़ गई है।वहीं देश के कई उच्चाधिकारियों ने आशंका जताई है कि अगर इनको निर्जन टापू पर भेजा जाता है।

वहां इनके फंसने की संभावना अधिक है क्योंकि इस टापू पर बाढ़ का खतरा अधिक रहता है। दरअसल, यह टापू बंगाल की खाड़ी के समीप स्थित है।

हसीना ने बताया कि कॉक्स बाजार के शरणार्थियों को कम करने के लिए इनके लिए एक अस्थाई व्यवस्था की जाएगी। बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक, इस द्वीप पर शरणार्थियों को बसाने की तैयारी के लिए ब्रिटिश और चीनी इंजीनियर सहायता कर रहे हैं।

रोहिंग्याओँ को बसाने के लिए ये शिविर मानसून से पहले तैयार करने की योजना है। यहां पर अप्रैल माह में बारिश शुरू होती है और उसके बाद लगातार बाढ़ का खतरा बना रहता है।

प्रधानमंत्री के एडवाइजर एचटी इमाम ने बताया कि म्यांमार वापस जाने वाले या फिर कहीं और शरण लेने वाले शरणार्थियों को वहां रहने की इजाजत होगी।

उन्होंने यह भी बताया कि इन शरणार्थियों को बांग्लादेश का पासपोर्ट और आइडी कार्ड नहीं मिलेगा। वहीं इस टापू पर एक पुलिस थाना भी बनाया जाएगा। जिसमें 40 से 50 बांग्लादेश पुलिस के जवान तैनात होंगे।