न्यूक्लियर स्पलायर ग्रुप में हिंदूस्तान को राहत देने अमरीकी हिमायत

हिंद। अमरीकी सियोल न्यूक्लियर मुआहिदा मुसबत सिम्त में जारी रहने की तवक़्क़ो, सबकदोश अमरीकी सफ़ीर बराए
हिंद टिम्मोते रोमर का ब्यान
नई दिल्ली 30 जून (पी टी आई) अमरीका ने आज कहाकि वो न्यूक्लियर स्पलायर ग्रुप में हिंदूस्तान केलिए एक वाज़िह राहत फ़राहम करने की मज़बूत और पुरजोश हिमायत करेगा। इस ने तवक़्क़ो ज़ाहिर की कि दोनों ममालिक के दरमयान सियोल न्यूक्लियर मुआहिदा एक मुसबत सिम्त में जारी रहेगा। अमरीकी सफ़ीर बराए हिंद टिम्मोते जे रोमर ने यहां अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहाकि में ये कहना चाहता हूँ कि अमरीका और ओबामा नज़म-ओ-नसक़ हिंदूस्तान के लिए शफ़्फ़ाफ़ राहत फ़राहम करने की पुरजोश ताईद करता है। 123 सियोल न्यूक्लियर क़ानून केलिए भी हिंदूस्तान को हमारे ताईद बरक़रार रहेगी। इस बेहस में ये भी शामिल है कि हिंदूस्तान के लिए वाज़िह राहत पहोनचाई जाय। अमरीकी सफ़ीर बराए हिंद की हैसियत से आज अपने आख़िरी दिन उन्हों ने कहाकि न्यूक्लियर स्पलायर ग्रुप से हिंदूस्तान को वाज़िह राहत मिलेगी। 46 रुकनी न्यूक्लियर स्पलायरस ग्रुप एक मज़बूत न्यूक्लियर कलब है जिस ने गुज़श्ता हफ़्ता टैक्नोलोजी की मुंतक़ली के लिए मज़ीद सख़्त उसूल बनाए हैं। इस से अमरीका के साथ हिंदूस्तान के मुआहिदा पर असर पड़ेगा। इस ताल्लुक़ से पूछे जाने पर उन्हों ने कहाकि हिंदूस्तान ने अज़म ज़ाहिर किया कि वो न्यूक्लियर नुक़्सानात के लिए ज़िमनी मुआवज़ा पर अपने मौक़िफ़ पर अज़सर-ए-नौ ग़ौर करेगा। इस सिलसिला में वो अमरीकी कंपनीयों के साथ क़रीबी सतह पर काम कररहा है। मुझे तवक़्क़ो है कि सियोल न्यूक्लियर मुआहिदा इसी तरह मुसबत सिम्त में जारी रहेगा। इस बात के इशारे भी हैं कि हिंदूस्तान एन ऐस जी ग्रुप के साथ राबिता रखा हुआ है और उन ऐस जी का हालिया फ़ैसला हिंदूस्तान पर असरअंदाज़ नहीं होगा। अमरीकी एयरपोर्टस पर हिंदूस्तानी शख़्सियतों की जामा तलाशी के बारे में पूछे जाने पर अमरीकी सफ़ीर ने कहाकि अमरीका इन मसाइल पर काम कररहा है ताकि मुस्तक़बिल में इस तरह का कोई नाख़ुशगवार वाक़िया पेश ना आए। जिस वक़्त ज़ीनट नपोलीटोनो (अमरीकी दाख़िला सलामती सैक्रेटरी) हिंदूस्तान में थे, उन्हों ने कहा था कि वो अमरीका का सफ़र करने वाले हिंदूस्तान की अहम शख़्सियतों या वुज़रा केलिए आसान दाख़िला बनाने पर काम किया जा रहा है। हमसफ़र करनेवाली शख़्सियतों के बारे में तआवुन कररहे हैं। माज़ी में जो वाक़ियात हुए हैं उन्हें मुस्तक़बिल में दोहराया नहीं जाएगा। माज़ी के क़रीब में सफ़ीर हिंद बराए अमरीका मीरा शंकर और दीगर सिफ़ारत कारों को भी अमरीकी एयरपोर्टस पर तलाशी से गुज़रना पड़ा था जिस पर हिंदूस्तान ने अपना एहतिजाज दर्ज किराया है। रोमर ने कहाकि अमरीका हिंदूस्तान के साथ अपने ताल्लुक़ात को मुस्तक़बिल में आला सतह तक पहुंचाना चाहता है। गुज़श्ता दस साल के दौरान दोनों मुल्कों के दरमयान जिस तरह की क़ुरबत पैदा हुई है उसे मज़ीद तक़वियत दी जाएगी