पटेल को हैदराबाद के कल्चर से नफरत थी

जाने माने मशहूर वकील और सियासी कमंटेटर ए जी नूरानी ने कहा है कि हिंदुस्तान के पहले वज़ीर ए दाखिला सरदार वल्लभभाई पटेल एक बेहतरीन हिंदू कौमपरस्त थे। उन्होंने उस वक्त हैदराबाद से मुस्लिम रियासत के तौर पर बर्ताव किया था और उन्हें यहा के कल्चर (तहज़ीब )से नफरत थी।

नूरानी की किताब ‘द डिस्ट्रक्शन ऑफ हैदराबाद’ को जुमे के दिन यहां जारी किया गया। इनमें उन्होंने कहा है कि पटेल ने तब पुलिस कार्रवाई के लिए हुक्म दिया, जब हैदराबाद के निजाम को पैगाम देने के लिए इक्तेसादी नाकेबंदी शुरू की जा रही थी और बहुत सारे लोगों के दबाव में निजाम हिंदुस्तान में शामिल होने के लिए तैयार हो सकते थे।

साल 1948 में हुई पुलिस कार्रवाई का ब्योरा देते हुए उन्होंने लिखा है कि तब हैदराबाद में मुस्लिमों का कत्ल ए आम हुआ था। किताब में उन्होंने सुंदरलाल कमेटी का उस कत्ल ए आम पर रिपोर्ट का ब्योरा दिया है। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू को बेहतरीन सेक्युलर कौम परस्त और पटेल को बेहतरीन हिंदू कौम परस्त करार दिया।

नेहरू सरोजनी नायडू की तरफ से हैदराबाद के कल्चर को पसंद करते थे खासकर उर्दू ज़ुबान को जबकि पटेल इसे बाहर का समझते थे। उनका दावा है कि पटेल का कश्मीर के बादशाह के तरफ से नरम रुख था।