पहली तिमाही मालीयाती पालिसी पर नज़र-ए-सानी की झलकियां

आर बी आई की मालीयाती पालिसी पर नज़र-ए-सानी की झलकियां हसब-ए-ज़ैल हैं * कलीदी मुख़्तसर मुद्दती क़र्ज़ की शरह सूद 7.25 तबदील नहीं की गई ।*नक़द रक़्म के ज़ख़ाइर का तनासुब भी 4 फ़ीसद बरक़रार ।*माली साल 2014 के लिए जी डी पी की पेश क़ियासी 5.7 से कम कर के 5.5 फ़ीसद करदी गई । * रुपये की क़दर में कमी से इफ़रात-ए-ज़र का अंदेशे ।* सख़्त इंसिदाद दीवालीया पन इक़दामातता कि रुपये की क़दर में इस्तेहकाम पैदा होसके ।* ख़त्म मार्च तक इफ़रात-ए-ज़र 5 फ़ीसद करदेने केलिए तमाम वसाइल का इस्तेमाल । *पालिसी इक़दामात का मक़सद बड़े पैमाने पर मआशी इस्तेहकाम बराए ख़ारिजी शोबा ।* बड़े पैमाने के मआशी इस्तेहकाम केलिए सब से बड़ा ख़तरा ख़ारिजी शोबा से लाहक़ ।

*फ़ौरी तौर पर निज़ाम को दुरुस्त करने के इक़दामात जिनकी करंट अकाउंट ख़सारा पर क़ाबू पाने केलिए ज़रूरत है *बैन-उल-अक़वामी ख़ाम तेल की क़ीमतें मुस्तहकम होरही हैं *शरह तरक़्क़ी और इफ़रात-ए-ज़र आइन्दा पालिसी कार्यवाईयों की बुनियादों का ताय्युन करेंगे *आर बी आई गवर्नर डी सुबह राव की पाँच साल मियाद के इख़तेताम से क़बल आख़िरी पालिसी नज़र-ए-सानी *आइन्दा सहि माही के वस्त में पालिसी पर नज़र-ए-सानी 18 सितंबर को और दूसरी सहि माही की पालिसी पर नज़र-ए-सानी 29 अक्टूबर को पेश की जाएगी।