पहली बार जब इरफ़ान पठान की बल्लेबाजी देख दुनिया चौंक गयी, बना डाले इतने रन!

साल 2005 तक युवा इरफान पठान की छवि ऐसे गेंदबाज़ की थी, जो कुछ रन भी बना सकता थे। लेकिन श्रीलंका के भारत दौरे पर ये छवि बिल्कुल पलट गई और इरफान एक ऑलराउंडर बनकर उभरे। वनडे सीरीज के पहले ही मैच में कप्तान राहुल द्रविड़ का प्रयोग काम कर गया। नागपुर में हुए पहले मैच में टीम इंडिया ने पहले बैटिंग की। ओपनर वीरेंद्र सहवाग 20 रन बनाकर आउट हुए। नंबर तीन पर हमेशा की तरह द्रविड़ के आने की उम्मीद थी, लेकिन उतरे इरफान पठान। ये इरफान पर खेला गया कोच ग्रेग चैपल और कप्तान राहुल का एक दांव था। दूसरे छोर पर सचिन तेंदुलकर थे, जो जोरदार लय में दिख रहे थे। उधर इरफान ने भी सचिन की मौजूदगी से प्रोत्साहित होकर बल्ले का जोर दिखाया। सचिन उन्हें गाइड करते रहे और इरफान ने शानदार स्ट्रोक प्ले का नजारा पेश किया। वास, माहरूफ, फर्नांडो, मुरली जैसे गेंदबाजों का इरफान ने बड़े आत्मविश्वास के साथ सामना किया और महज 41 बॉल पर 6 चौके और 2 छक्के की मदद से हाफ सेंचुरी जमा दी। इसके बाद भी इरफान का बल्ला नहीं रुका और उन्होंने सचिन के साथ शानदार 164 रन की साझेदारी निभाई। इरफान का विकेट पारी के 31वें ओवर में गिरा। तब तक वो 70 बॉल पर ताबड़तोड़ 83 रन बना चुके थे। आठ चौके और चार छक्के से सजी इस पारी के दम पर इरफान ने टीम को पिंच हिटर के तौर पर एक और विकल्प दिया। पठान ने एक विकेट भी चटकाया। भारत ने 350 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया और 152 रनों से मैच जीता।