पाकिस्तान का दावा- ‘भारतीय पायलट को रिहा करने की कोई मजबूरी नहीं थी और ना ही दबाव’

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बल देकर कहा है कि भारतीय पायलट को रिहा करने के लिए पाकिस्तान पर न तो कोई दबाव था और न ही कोई मजबूरी थी। शाह महमूद क़ुरैशी ने एक इंटरव्यू में कहा कि इस्लामबाद, नई दिल्ली को यह संदेश देना चाहता था कि वह भारतीय नागरिकों के साथ बुरा रवैया नहीं चाहता और वह अमन का समर्थक है।

parstoday.com के अनुसार, उनका यह बयान भारतीय वायु सेना के पायलट अभिनंदन वर्थमन को रिहा करने के एक दिन बाद सामने आया है। पाकिस्तान ने शुक्रवार को अभिनंदन को वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों के हवाले किया था।

ज्ञात रहे कि अभिनंदन की गिरफ़्तारी के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने 27 फ़रवरी को संसद की संयुक्त बैठक में घोषणा की थी कि सद्भावना के तहत भारतीय वायु सेना के पायलट को अगले दिन रिहा कर दिया जाएगा।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने अभिनंदन की रिहाई के परिप्रेक्ष्य में बात करते हुए इस बात को रद्द कर दिया कि भारतीय पायलट को रिहा करने के लिए पाकिस्तान पर दबाव था।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, क्षेत्र में शांति चाहता है और वह शांति व राजनीति की भेंट नहीं चढ़ाएगा। एक सवाल के जवाब में क़ुरैशी ने कहा कि हर समाज और हर देश में चरमपंथी होते हैं और भारत में गुजरात जैसी घटनाएं भी चरमपंथ के कारण सामने आई हैं।

उनका कहना था कि पाकिस्तान किसी भी चरमपंथी को अपनी धरती इस्तेमाल करने की इजाज़त नहीं देगा और इस प्रकार के लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा कि अगर किसी के पास जैशे मुहम्मद के ख़िलाफ़ प्रमाण हैं तो उन्हें पाकिस्तान के हवाले किया जाए।