पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता उमर अब्दुल्ला के साथ मुलाकात की और कहा कि अगले लोकसभा चुनावों के लिए संभावित विपक्षी मोर्चा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर किसी का भी नाम नहीं चुना जाना चाहिए। ममता ने कहा कि ऐसा करना भाजपा से लड़ने की क्षेत्रीय पार्टियों की एकजुटता को विभाजित कर देगा।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा विरोधी क्षेत्रीय पार्टियों को साथ आना चाहिए और उन्हें देश के फायदे के लिए बलिदान देना चाहिए।
Jammu and Kashmir National Conference leader Omar Abdullah stressed on the need to form an alliance of opposition parties to take on the Bharatiya Janata Party in the forthcoming 2019 General Elections
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— ANI Digital (@ani_digital) July 27, 2018
वहीं उमर अब्दुल्ला ने इमरान खान के भारत से संबंध सुधारने वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सुनने में अच्छा लग रहा है लेकिन यह बहुत कुछ उनके कदमों पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, “हम उनका पदभार संभालने का इंतजार करेंगे, उन्हें कुछ समय देते हैं।”
उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि यह कहना कि हमारी ओर से प्रधानमंत्री कौन होगा, जल्दबाजी होगी। अभी के लिए हमारा प्रयास है कि हमें भाजपा से लड़ना चाहिए। अगर हम आज पीएम पद के उम्मीदवार के नाम की चर्चा करना शुरू कर देते हैं तो इससे हमारे ऑब्जेक्टिव को नुकसान होगा, जिसे हम हासिल करना चाहते हैं।