फिर एक बार चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे की ख़ाहिश नहीं

चेन्नाई

दुश्मन से पार्टी की हिफ़ाज़त के लिए काम करने करूणानिधि का अज़म

एक और मीयाद के लिए चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर फ़ाइज़ होने पार्टी कारकुनों की ख़ाहिश को नजरअंदाज़ करते हुए डी एम के सदर एम करूणानिधि ने आज कहा है कि वो पार्टी की हिफ़ाज़त पर अपनी तमाम तवज्जे मर्कूज़ करेंगे और पार्टी कारकुनों को मश्वरा दिया कि अवाम की ख़िदमत के जज़बा से काम करें।

जबकि पाँच मीयादों की तकमील करने वाले 91 साला साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर ने ये तबसरा अपने फ़र्ज़ंद और डी एम के ख़ाज़िन एम के स्टालिन की 63 वीं सालगिरा तक़रीब में किया। इस तक़रीब में पार्टी क़ाइदीन ने करूणानिधि से छटवें मर्तबा चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर फ़ाइज़ होने की ख़ाहिश की थी जिस पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए पार्टी सरबराह ने कहा कि ये मेरी दिली तमन्ना नहीं है और ना ही ये एहसास मुझ पर ग़ालिब है।

मेरी ये अव्वलीन तर्जीह है कि मरते दम तक डी एम के की हिफ़ाज़त करता रहूं ताकि कोई दुश्मन हम से छीन ना लें। उन्होंने पार्टी क़ाइदीन और हामीयों से अपील की है कि वो इस हक़ीक़त को महसूस करें कि डी एम के वाहिद पार्टी है जोकि मआशी और समाजी तौर पर पसमांदा अवाम की ख़िदमत के लिए वक़्फ़ है और समाज के वसीअ तर मुफ़ाद में पार्टी का तहफ़्फ़ुज़ करें।

पार्टी के सीनियर क़ाइदीन बिशमोल साबिक़ मर्कज़ी वुज़रा ए राजा और टी आर बालू की मौजूदगी में करूणानिधि ने कहा कि पार्टी का तहफ़्फ़ुज़ हर एक की बुनियादी ज़िम्मेदारी है बसूरत-ए-दीगर पार्टी से हमारी वफ़ादारी ज़ाहिर नहीं होगी। उन्होंने कहा कि तमिल समाज की इमदाद के लिए सी एन अन्ना दौराई ने पार्टी क़ायम की थी। करूणानिधि का ये रिमार्क पार्टी में ओहदों के लिए दाख़िली लड़ाई और गुज़िश्ता साल पारलीमानी इंतेख़ाबात में इख़तेलाफ़ात के पेशे नज़र आया है। स्टालिन की सालगिरा के मौक़े पर आज एक करोड़ रुपये की इमदाद तक़सीम की गई।