बच्चों की अपील- पुलिस अंकल… आप रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे, प्लीज़ गोली मत मारना

लखनऊ में एपल इंडिया के मैनेजर विवेक तिवारी को कार नहीं रोके जाने पर पुलिसकर्मियों द्वारा सीधे गोली मार कर जान लेने से आम लोगों का पुलिस से भरोसा बुरी तरह डगमगा गया है. लोग सवाल उठा रहे हैं, लेकिन उनके मन में पुलिस के प्रति डर है. इसी डर के चलते यूपी के शहर बनारस में बच्चों ने पोस्टर जारी कर पुलिस से जो अपील की है, वह बेहद ह्रदय विदारक और यूपी पुलिस के लिए शर्मनाक भी है. इन पोस्टर्स पर बच्चियों ने लिखा है कि- ‘पुलिस अंकल… आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जाएगें. प्लीज़… गोली मत मारिएगा.’

मशहूर गायक अंशिका सिंह ने की है अपील
पीएम नरेंद्र मोदी ने संसदीय क्षेत्र बनारस की बाल गायिका अंशिका सिंह ने ये पोस्टर जारी किए हैं. अंशिका सिंह टीवी शो सारेगामापा में हिस्सा ले चुकी हैं. वह बनारस में मशहूर हैं. अंशिका ने India.com से बात करते हुए कहा कि लखनऊ में जिन विवेक तिवारी को पुलिस ने मार दिया, उनकी भी दो छोटी-छोटी बेटियां हैं. पुलिस ने ऐसा कर हमें भी डरा दिया है. अंशिका ने कहा कि अक्सर मैं भी शो कर देर रात घर लौटती हूं. एक बार पापा के साथ लौट रही थी, तभी पुलिस वालों ने रोक कर बेहद गलत तरीके से बात की थी. उन्होंने डंडा फटकारा था. अब इस घटना के सामने आने के बाद और भी डर गई हैं.

पापा से कहा है- पुलिस रोके तो रुक जाइए
दीप सिंह की बेटी अंशिका का कहना है कि आसपास के बच्चों को पुलिस के इस रवैये के बारे में बता रही हैं. वह ये भी कह रही हैं कि वो अपने-अपने पापा से कहें कि पुलिस रोके तो रुक जाएं. और पोस्टर में पुलिस से अपील की है कि वह रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे, उन्हें मारें ना. अंशिका ने कहा कि ये बात सभी बच्चों तक पहुंचानी है. हमने इसीलिए पोस्टर गाड़ियों पर लगाए हैं. मैंने अपने पापा की कार पर भी पोस्टर लगाया है.

 

कई गाड़ियों पर लगे हैं पोस्टर्स
बनारस के रविकांत विश्वकर्मा ने बताया कि बच्चों ने उनकी गाड़ी पर भी पोस्टर लगाए हैं. रविकांत ने कहा कि बनारस पीएम का संसदीय क्षेत्र है, लेकिन यूपी पुलिस यहां भी है. उन्होंने बताया कि बनारस की सड़कों पर दौड़ रही कई गाड़ियों पर ऐसे पोस्टर लगे हैं. ये पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए हैं. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. बता दें कि लखनऊ में पुलिसकर्मिंयों द्वारा कार नहीं रोकने पर विवेक तिवारी को गोली मार गई है. इस घटना से पुलिस और सरकार की बेहद आलोचना की जा रही है.