बाल तस्करी मामले में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और रूपा गांगुली का नाम आया सामने

कोलकाता: जलपाईगुड़ी बाल तस्करी मामले में एक नया मोड़ आ गया है। पश्चिम बंगाल के इस मामले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय और महिला मोर्चा की अध्यक्ष रूपा गांगुली का नाम सामने आया है।

सीआइडी की पूछताछ में चाइल्ड केयर होम चलाने वाली मुख्य आरोपी चंदना चक्रवर्ती ने भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और रूपा गांगुली का नाम इस मामले में जुड़े होने की बात कही है। वहीं चंदना ने कहा है कि वो बेकसूर है और जूही चौधरी इस मामले की मुख्य आरोपी है।

बताया जा रहा है कि अब सीआइडी इस मामले की तहतक जाने के लिए इन दोनों भाजपा नेताओं से पूछताछ कर सकती है। दूसरी तरफ सीआइडी की कई टीमें दिल्ली और उत्तर भारत के कई शहरों में तलाशी अभियान चला रही हैं।

सीआइडी सूत्रों के मुताबिक, मुख्य आरोपी चंदना से मंगलवार को पूछताछ की गई। पूछताछ में चंदना ने खुद को, अपने भाई मानस और बहन सोनाली मंडल को निर्दोष बताया। चंदना ने कहा कि मुझे षडयंत्र के तहत मोहरा बनाया गया है, जबकि बाल तस्करी कांड की मुख्य आरोपी जूही चौधरी है।

चंदना ने यह भी स्वीकार किया कि वह जूही के साथ 10 और 11 फरवरी को दिल्ली गई थीं। इस दौरान जूही की कैलाश विजयवर्गीय और रूपा गांगुली से बातचीत हुई थी। हालांकि चंदना ने कहा कि जब उन तीनों की बीच बातचीत चल रही थी तब वह दूसरे में थीं।

चंदना ने यह भी आरोप लगाया कि जूही के माध्यम से उन्होंने रूपा गांगुली और विजयवर्गीय को महंगे तोहफे दिए थे। चंदना के पूछताछ में भाजपा नेताओं समेत प्रशांत सरीन नामक एक दूसरे व्यक्ति का नाम भी सामने आया है।

गौरतलब है कि सीआईडी ने 28 फरवरी को भाजपा महिला मोर्चा की नेता जूही चौधरी को भारत-नेपाल सीमा से सटे बतासिया इलाके से गिरफ्तार किया था। इस मामले में जूही समेत चार लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।

इन सभी पर आरोप है कि नवजात  शिशु और बच्चों की भारतीय सीमा से बाहर तस्करी करते है। पिछले दिनों इन सभी पर ‘बिमला शिशु ग्रहो’ नाम की एक गैर-सरकारी संगठन  की आड़ में विदेशियों को बच्चा बेचने का आरोप लगा था।