बिहार असेंबली चुनाव में मजलिस को सिर्फ 0.2 फ़ीसद वोट

हैदराबाद 09 नवंबर: बिहार असेंबली चुनाव में मजलिस इत्तेहाद उलमुस्लिमीन को सिर्फ 0.2 फ़ीसद हासिल हुए हैं। मजलिस ने बिहार असेंबली चुनाव में सीमांचल से 6 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे और सदर मजलिस ने तक़रीबन एक माह क़ियाम के दौरान ज़ाइदाज़ 65 जल्सा-ए-आम से ख़िताब किया था।

नताइज का एलान शुरू हुआ उस वक़्त मजलिस के दो उम्मीदवारों को कुछ बरतरी हासिल थी लेकिन जैसे जैसे नताइज मंज़रे आम पर आते गए मजलिस के तमाम उम्मीदवार मुक़ाबिले से दूर हो गए। कूचा दमन हलक़ा असेंबली से मजलिस के मुक़ामी सदर अख़्तर-उल-ईमान उम्मीदवार थे जिन्हें 37086 वोट हासिल हुए और इस हलक़ा असेंबली से मास्टर मुजाहिद आलम उम्मीदवार जनतादल (यू) ने 55,929 वोट हासिल करते हुए कामयाबी हासिल की।

किशनगंज हलक़ा असेंबली से मजलिसी उम्मीदवार तासीरुद्दीन तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 16,440 वोट हासिल हुए जहां कांग्रेस के उम्मीदवार मुहम्मद जाविद ने 66,522 वोट लेते हुए कामयाबी हासिल की जबकि दूसरे नंबर पर बी जे पी की उम्मीदवार स्वीटी सिंह रही जिन्होंने 57,913 वोट हासिल किए।

हलक़ा असेंबली बाइसी में मजलिसी उम्मीदवार ग़ुलाम सरवर को चौथा मुक़ाम हासिल हुआ जहां अबदुलसुबहान उम्मीदवार राष्ट्रीय जनतादल ने 67022 वोट हासिल करते हुए कामयाबी हासिल की।

दूसरे नंबर पर 28,282 वोट के साथ बिनोद कुमार नामी आज़ाद उम्मीदवार रहे। जिन अधीकारी पार्टी के उम्मीदवार सय्यद रुकनुद्दीन अहमद ने 21,404 वोट हासिल करते हुए तीसरा मुक़ाम हासिल किया जबकि मजलिसी उम्मीदवार को 16,723 वोट हासिल हुए।

हलक़ा असेंबली उमूर से अबदुलजलील मस्तान कांग्रेस उम्मीदवार ने 1,00135 हासिल करते हुए कामयाबी हासिल की जबकि दूसरे नंबर पर बी जे पी की उम्मीदवार सुबह ज़फ़र रहीं जिन्होंने 48,138 वोट हासिल किए। इसी तरह तीसरी नंबर पर शिवसेना उम्मीदवार एनीमा दास ने 4393 वोट हासिल किए जबकि बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार ने जो चौथे नंबर पर थे, 2458 वोट हासिल किए। मजलिसी उम्मीदवार को उमूर असेंबली हलके में पांचवां मुक़ाम हासिल हुआ जिन्हें 1955 वोट हासिल हुए।

सदर मजलिस असद ओवैसी ने बिहार में अपने उम्मीदवारों की शिकस्त के बाद मुनाक़िदा प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वो बहुजन समाज पार्टी के बानी कांशी राम के नज़रिये को मानते हैं पहले चुनाव हारने के लिए होते हैं, जबकि दूसरे चुनाव हराने के लिए लड़े जाते हैं। तीसरे चुनाव में कामयाबी के लिए हिस्सा लिया जाता है। उन्होंने अज़ीम इत्तेहाद की कामयाबी पर नतीश कुमार को मुबारकबाद पेश की।