बिहार ‘महादलित विकास मिशन’ का घोटाला, आरजेडी नेता ने नितीश कुमार पर साधा निशाना

बिहार में चर्चित सृजन घोटाले के बाद एक बड़ा घोटाला सामने आया है| इस घोटाले का नाम ‘महादलित विकास मिशन’ है| इस मामले में दो पूर्व आईपीएस समेत 10 और लोगों पर केस दर्ज़ किया गया है| मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महादलित विकास मिशन के तहत ट्रेनिंग और सुविधाएं देने के नाम पर घोटाला किया गया है|

यह मामला सामने आते ही बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गयीं| राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के विधायक और पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगते हुए निशाना साधा है| उन्होंने कहा कि इस घोटाले में नीतीश कुमार के कई बेहद करीबी अधिकारी शामिल हैं। साथ यह भी कहा कि यह घोटाला चार करोड़ से कहीं ज़्यादा का हुआ है। आरजेडी नेता ने आरोप लगते हुए कहा कि नीतीश सरकार गरीबों के नाम पर नियमों को ताक पर रखकर तमाम योजनाओं की शुरूआत कर रही है, जिसका फायदा सिर्फ उनके करीबी अधिकारी उठा रहे हैं।

जागरण के मुताबिक, महादलित विकास मिशन को सफल बनाने के लिए बिहार सरकार ने करोड़ों रुपये आवंटित किए। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले महादलित अभ्यथिर्यों को सुविधाएं और साधन देने के लिए श्रीराम न्यू होरिजन और आईआईआईएम कंपनी को टेंडर दिया गया।

महादलित विकास मिशन के तहत दलित समुदाय के छात्रों को 16 से ज्यादा ट्रेडों में कौशल विकास के तहत मुफ्त ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग का पूरा खर्च बिहार सरकार देती है। इसके लिए निजी एजेंसियों का चयन किया जाता है। इस पूरे मामले में हुई अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि जिन ट्रेनिंग सेंटरों में दलित छात्रों का नामांकन एक जिले में किया गया है, उन्हीं छात्रों का नाम दूसरे, तीसरे और चौथे ट्रेनिंग में दर्ज करवा कर पैसे निकाल लिए गए।