बिहार: मानव शृंखला में 5 मरे, सैकड़ों छात्राएं बेहोश

पटना: बिहार में 21 जनवरी की यह मानव शृंखला दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी मानव शृंखला मानी जा रही है, जो शराबबंदी के समर्थन में बनाई गई थी. एक तरफ जहां इसे राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है वहीं इस दौरान पूरे राज्य में लगभग आधे दर्जन लोगों की मौत हो गई. मानव श्रृंखला में भाग लेने जा रही एक स्कूली छात्रा की शनिवार को वैशाली के जंदाहा में मौत हो गई. तेज गति से आ रहे ट्रक ने बच्ची को कुचल दिया.

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नेशनल दस्तक के अनुसार, राज्य के सुपौल जिले में मानव शृंखला से लौट रहे एक बच्चे की ट्रैक्टर से कुचलकर मौत हो गई. वैशाली के जंदाहा में तेज गति से आ रहे ट्रक ने बच्ची को कुचल दिया.
वहीँ गोपालगंज में शृंखला में लगी एक बच्ची अचानक बीमार पड़ गई, उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. इधर भभुआ के मोहनियाँ में मानव शृंखला से लौटने के दौरान एक वृद्ध की मौत हो गई. अररिया में भी एक पचास वर्षीय महिला मानव शृंखला के दौरान बेहोश हो गई और कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई.

इस राज्यव्यापी मानव शृंखला में सैकड़ों बच्चे राज्य के विभिन्न हिस्सों में बेहोश हो गए. छपरा में जहां 36 छात्राएँ बेहोश हो गईं, वहीं मुजफ्फरपुर के गायघाट के रमौली चौक के पास मानव श्रृंखला के दौरान छह स्कूली बच्चे बेहोश हो गए. मौके पर मेडिकल टीम के नहीं रहने के कारण स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा गया. पूर्णिया के गढ़बनेली हाईस्कूल के पास भी मानव श्रृंखला में शामिल तीन लड़कियां बेहोश हो गईं. किशनगंज में दो शिक्षिकाएं तथा दो बच्चे तथा कटिहार में दो महिलाएं व पांच बच्चे बेहोश हो गए. भागलपुर और बांका जिले में भी 40 से अधिक बच्चियां बेहोश होकर गिर पड़ी़. इसी प्रकार मुंगेर के हवेलीखड़गपुर में छह, बरियारपुर में एक छात्रा, नालंदा के नूरसराय प्रखंड में मानव श्रृंखला के दौरान 13 छात्राएं, समस्तीपुर में दो दर्जन, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में एक-एक दर्जन, मधेपुरा में छह बच्चे, बेगूसराय में भी एक दर्जन, दरभंगा के केवटी में भी मानव श्रृंखला बनाने के दौरान एक छात्रा व दो छात्र, औरंगाबाद के इमामगंज में दो तथा कैमूर में चार बच्चे बेहोश हो गए. इसके अलावा कई शिक्षिकाओं के भी बेहोश होने की खबर है. इन बेहोशी की वजहें पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था में कमी बताई जा रही है. जगह-जगह छात्राओं ने पेयजल की असुविधा और मेडिकल सुविधा की प्रशासनिक बदइंतजामी का आरोप लगाया है.
नालंदा के नूरसराय प्रखंड में मानव श्रृंखला के दौरान 13 बेहोश छात्राओं ने शिक्षकों पर यह आरोप लगाया कि उन्हें स्कूल से 10 किलोमीटर दूर तक पैदल चला कर ले जाया गया और मानव श्रृंखला के लिए पक्तियों में लगा दिया.