बीजेपी वाले दिल पर हाथ रखकर कहें टीपू कैसे शासक थे: रौशन बैग

बेंगलुरु: सरकारी स्तर पर टीपू जयंती के आयोजन को लेकर कर्नाटक में राजनीतिक माहौल गर्म है. बीजेपी टीपू सुलतान को हिंदू विरोधी राजा बताकर सरकारी जयंती का विरोध कर रही है तो वहीं कांग्रेस टीपू को सर्वोच्च स्वतंत्रता सेनानी मानते हुए सरकारी जयंती का बचाव कर रही है. कांग्रेस के अनुसार पूरे अमन व शांति व्यवस्था के साथ टीपू जयंती का आयोजन किया जाएगा. कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि भाजपा वाले खुद भी जानते हैं कि टीपू एक धर्मनिर्पेक्ष शासक थे.

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प्रदेश 18 के अनुसार, आज कर्नाटक भर में भाजपा ने टीपू जयंती के खिलाफ प्रदर्शन किया. भाजपा सरकारी जयंती का कड़ा विरोध कर रही है. भाजपा का कहना है कि कर्नाटक के तटीय जिलों में टीपू विरोधी भावनाएं पाए जाते हैं, इसलिए इससे बचा जाना चाहिए.

दूसरी ओर सत्ताधारी कांग्रेस भाजपा के इन आरोपों को ख़ारिज कर रही है कि टीपू एक हिंदू विरोधी राजा थे. कर्नाटक के राज्य मंत्री रौशन बैग का कहना है कि इसका जवाब भाजपा नेता अपने दिल पर हाथ रख कर दें कि टीपू कैसे शासक थे? वहीँ जनता दल(एस) टीपू जयंती के समर्थन में सामने आई है. दस नवंबर को बेंगलुरु में जेडीएस के कार्यालय पर भी टीपू जयंती का आयोजन किया जा रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा समारोह की अध्यक्षता करेंगे.
कांग्रेस का कहना है कि पूरे अमन व शांति के साथ दस नवंबर को टीपू जयंती का सरकारी स्तर पर आयोजित किया जाएगा.