बोर्ड और क्रिकेटरस में ताल मील का फ़ुक़दान कपिल

नई दिल्ली 18 सितंबर ( पी टी आई ) मलिक के क्रिकेटरस और बी सी सी आई के माबैन ताल मेल के फ़ुक़दान की वजह से हिंदूस्तानी टीम को इंगलैंड में हज़ीमत उठानी पड़ी है । साबिक़ कप्तान कपिल देव ने इस ख़्याल का इज़हार किया और कहा कि इन के ख़्याल में महेंद्र सिंह धोनी और उन के साथीयों को बोर्ड पर ये वाज़िह करदेना चाहीए कि वो मुसलसल कई महीने क्रिकेट नहीं खेल सकते । उन्हों ने कहा कि क्रिकेट बोर्ड को ये समझना चाहीए कि हमारे खिलाड़ी मुकम्मल फिट नहीं हैं कि वो साल भर खेलते रहीं। वर्ल्ड कप के सिर्फ चंद महीने बाद हमारे कई खिलाड़ी ज़ख़मी हैं और ये तशवीश की बात है । उन्हों ने कहा कि अगर इस ताल्लुक़ से क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ी कोई फ़ैसला नहीं करसकते तो किसी पेशावर माहिर की ख़िदमात हासिल करनी चाहीए जो ये फ़ैसला करे कि क्रिकेटरस को एक साल में कितने मीचस खेलने चाहिऐं। कपिल ने एक टी वी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि वर्ल्ड कप में कामयाबी के बाद टीम इंडिया को ब्रेक की ज़रूरत थी । उन्हों ने कहा कि वर्ल्ड कप के दौरान ज़बरदस्त दबाॶ था । ये बहुत बड़ी कामयाबी थी ताहम इस के बाद हमारे खिलाड़ियों को आराम करने का मौक़ा नहीं मिल सका । ये लोग मुसलसल क्रिकेट खेलते रहे जिस के नतीजा में इन में जोश-ओ-जज़बा की कमी पैदा होगई । हर कोई ये समझ सकता है कि क्रिकेट एक खेल है और मामूल के मुताबिक़ दफ़्तरी काम नहीं है कि वो रोज़ यहां जाएं। कपिल ने कहा कि टीम में कुछ कमज़ोरियां भी थीं और सिर्फ चार बोलर्स से ये उम्मीद नहीं की जा सकती थी कि वो इंग्लिश माहौल में एक दिन में 90 ओवर्स की बौलिंग करें। उन्हों ने कहा कि पहले सचिन तनडोलकर और सूर गंगोली टीम में थे जो दरमयान में कुछ बौलिंग करके मेन बोलर्स को क़दरे आराम दिया करते थे ।