ब्लैक मनी रखने वालों की ख़ैर नहीं, 10 साल क़ैद बामुशक़क़्त के लिए क़ानूनसाज़ी

नई दिल्ली

काला धन का पता चलाने में नाकामी पर तन्क़ीदों के पेशे नज़र हुकूमत ने आज एक जामि क़ानून की तजवीज़ पेश की है ताकि बैरूनी ममालिक में असासा जात पोशीदा रखने की पादाश में 10 साल की सज़ाए क़ैद देते हुए इस मसले से निमटा जा सके। मर्कज़ी बजट पेश करते हुए वज़ीरे फाईनेंस‌ अरूण जेटली ने आज ये इन्किशाफ़ किया और बताया कि ब्लैक मनी के ख़िलाफ़ सख़्त गीर इक़दामात बिशमोल रोय‌ल स्टेट शोबे में रुकमी मामलतों और दीगर कारोबार में तरग़ीबात ने दसतबरदारी इख़तियार करली जाएगी।

उन्होंने कहा कि जदीद क़ानून की तदवीन के साथ हुकूमत क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स के इस्तेमाल पर तरग़ीबात और रुकमी मामलतों पर तहदीदात आइद करेगी और एक लाख से ज़ाइद के ख़रीद-ओ-फ़रोख़त की मामलतों में PAN हवाला लाज़िमी क़रार दिया जाएगा। मर्कज़ में बरसर-ए‍-इक्तेदार आने के बाद अपना मुकम्मल पहला बजट पेश करते हुए अरूण जेटली ने कहा कि उनकी अव्वलीन तर्जीहात में टैक्स तजावीज़ हैं और ब्लैक मनी के मसले से मोस्सर तरीक़े से निमटने के लिए एक नए क़ानून का नफ़ाज़ है जोकि हमारी मईशत और समाज को दीमक की तरह चाट रहे हैं जिस के ख़ातमे के लिए पार्लियामेंट‌ के जारीया इजलास में एक बिल पेश करने की तजवीज़ है।

इस क़ानून के तहत आमदनी और असासा जात को पोशीदा रखने और बैरूनी असासों से मुताल्लिक़ टैक्स चोरी क़ाबिल गिरिफ़त जुर्म के साथ 10 साला सज़ाए क़ैद बामुशक़क़्त होगी और महज़ जुर्माना अदा करदेने से जुर्म क़ाबिल माफ़ी नहीं होगा और क़सूरवारों को सेटल्मेंट‌ कमीशन से रुजू होने की भी इजाज़त नहीं होगी।

उन्होंने मज़ीद कहा कि अंदरून-ए-मुल्क काला धन की रोक थाम के लिए एक नया मज़ीद जामि बेनामी मामलत (तहदीदात) बिल जारीया इजलास में पेश किया जाएगा जिस की रो से बेनामी जायदादों की क़ुरक़ी और क़ानूनी चाराजोई का इख़तियार हासिल होगा ताकि बेनामी जायदादों बिलख़सूस रोय‌ल स्टेट की शक्ल में ब्लैक मनी जमा करने और फ़रोग़ देने की रोक थाम की जा सके।

उन्होंने ग़ैर मनक़ूला जायदादों की 20 हज़ार या इस से ज़ाइद रक़म की शक्ल में पेशगी अदायगी या क़बूलीयत पर इमतिना के लिए इन्कम टैक्स ऐक्ट में तरमीम की तजवीज़ पेश की। जबकि एक लाख से ज़ाइद रुपये मालियती इमलाक की ख़रीद-ओ-फ़रोख़त के लिए पान (PAN) का हवाला लाज़िमी होगा और बैरूनी करंसी की फ़रोख़त और बैन सरहदी मामलतों के लिए थर्ड पार्टी (तीसरे फ़रीक़) को मतलूबा इत्तेलाआत फ़राहम करना ज़रूरी होगा।