भारतीय नौसेना के तीन युवा नाविक आकाश एमई I, धनंजय एसईए I और विश्वकर्मा एमई I ने 9 सितंबर को मुंबई के मरीन ड्राइव से गिरकर समुद्र में डूबने वाले व्यक्ति को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नाविक मरीन ड्राइव जा रहे थे और उन्होंने नजदीक के एक स्थान पर लोगों को एकत्रित होते देखा। उस स्थान पर पहुंचने पर नाविकों ने देखा कि एक व्यक्ति समुद्र में 150 मीटर की गहराई में डूब रहा है और वह व्यक्ति ऊपर आने के लिए हाथ हिला रहा है।
आकाश जहाज के गोताखोर हैं, धनंजय अच्छे तैराक हैं और विश्वकर्मा मरीन कमांडों हैं। ये तीनों फौरन समुद्र में कूद पड़े और बहते हुए व्यक्ति की तरफ गए। तीनों ने डूबते व्यक्ति को सुरक्षित बचा लिया।
वह व्यक्ति अचेत था और उसे सीपीआर दिया गया। व्यक्ति द्वारा सांस लेने और उसके होश में आने पर नाविकों ने उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया। उनका नि:स्वार्थ और फौरन दिखाई गई बहादुरी भारतीय नौसेना की श्रेष्ठ परंपराओं के अनुकूल है।