भारत के पिछड़ेपन के लिए नेहरू की आर्थिक नीतियां जिम्मेदार- अरुण जेटली

मुंबई। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विकास की दौड़ में भारत के पिछड़ जाने के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के आर्थिक मॉडल को जिम्मेदार बताया है। उनका मानना है कि जिस समय जापान, कोरिया और ताइवान आर्थिक कामयाबी के रास्ते पर थे, हमें नेहरूवादी मॉडल से नुकसान उठाना पड़ा।उनकी आर्थिक नीतियों का ही परिणाम था कि आजादी के शुरुआती दिनों में देश एक फीसद विकास दर भी हासिल नहीं कर सका।

शनिवार को मुंबई भाजपा के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि नेहरू का मॉडल विकास में सहायक नहीं रहा। लंबे समय तक देश की एक फीसद से भी कम आबादी के पास टेलीफोन उपलब्ध था। अन्य देश विकास कर रहे थे, लेकिन भारत नहीं। कुछ लोग विकास के इसी मॉडल की प्रशंसा करते हैं। जेटली नेहरू पर ही नहीं रुके। उन्होंने आर्थिक सुधारों का श्रेय लूटते रहे पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की नीतियों पर भी जमकर प्रहार किया।

जेटली के अनुसार, नरसिम्हा राव भी आर्थिक सुधारों के मसीहा नहीं थे। 1991 में देश की खस्ता हालत के कारण उन्हें आर्थिक नीतियों में परिवर्तन लाना पड़ा। जेटली ने कहा कि उस समय देश में विदेशी मुद्रा का भंडार खत्म हो रहा था। देश कंगाली की ओर बढ़ रहा था। ऐसे में नेहरू की नीतियों से मुंह मोड़कर उदारवादी अर्थव्यवस्था अपनाना राव की मजबूरी थी। वरना वह भी रूढ़िवादी सोच ही रखते थे।