मस्जिदे हराम में रोज़ाना डेढ़ हजार क़ुरानी हलकों की स्थापना

मक्का: माहे रमजान के दौरान जहां मस्जिद हराम में ज़ईरीन बैतुल्लाह और उमरा करने वालों की संख्या में असाधारण वृद्धि हो जाती है वहीं तिलावते कलाम पाक के सैकड़ों सामूहिक क्षेत्र स्थापित करके उन में किताब अल्लाह की तिलावत के साथ-साथ कुरान को सही उच्चारण के साथ पढ़ने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इस साल महीने रमज़ान में चौबीस घंटे के दौरान 1493 हल्के की स्थापना की जा रही है। हलकात कुरान में कारी प्रतिभागियों का कुरान सुनते और उनके तजविदी नियम को अनुकूलन करते हैं वहीं कुरान पाक को मौखिक याद करने की भी कोशिश की जाती है।

मस्जिद हराम की अनुचर विभाग के निदेशक मोहम्मद अलसीलानी का कहना है कि हलकात कुरानी का गठन एक अंतरराष्ट्रीय परियोजना है। सऊदी अरब के माहिर क़ारी जहां ऑनलाइन दुनिया भरमें कुरान पढ़ने वालों की रहनुमाई का कर्तव्य प्रदर्शन करते हैं वही हरमैन शरीफ़ैन की ज़ियारत को आने वाले फरज़नदान तौहीद को भी नियमित रूप से कुरान क्षेत्र स्थापित किए जाते हैं।

उन्होंने कहा कि मस्जिदे हराम के साथ मस्जिद नबवी में भी दैनिक आधार पर हलकात कुरानिया का आयोजन किया जाता है जिसमें कुरान की छोटी सूरतें मौखिक याद करने के साथ अलमकरा सज्जनों की तजवीद ठीक करने और उन्हें आदेश कुरान से अवगत करने की कोशिश की जाती है।

हलकात कुरानिया की स्थापना के महत्वपूर्ण लक्ष्यों में किताबुल्लाह की समय व स्थान की कैद से अतिरिक्त शिक्षा, आधुनिक प्रौद्योगिकी की मदद से कुरानी शिक्षा को बढ़ावा देने, दुनिया भर के मुसलमानों के लिए अल्लाह की किताब को आसान बनाना, उमरा करने वालों को कुरान की शिक्षा, उस्मानी रस्मुलखत में किताब अल्लाह की व्यवहार शामिल हैं।कुल मिलाकर इस परियोजना से सालाना 127 देशों के 19 हजार 94 छात्र लाभान्वित होते हैं।