मारे गये इन कैदियों में एक माजिद था, जिसने कोर्ट में खुद सरेंडर किया था- ओवेसी

नई दिल्ली। सिमी के कार्यकर्ता के जेल से फरार होने के कुछ ही देर बाद एनकाउंटर में मार दिए जाने के बाद इस पर सवाल खड़े होने लगे हैं। एमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवेसी ने इसे फर्जी करार दिया।
ओवैसी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट को इसपर जांच बिठानी चाहिए। जेल से फरार कैदी अच्छी तरह से कपड़े पहने कैसे हो सकते हैं? उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि उनके पास तो हथियार भी नहीं थे। वो सिर्फ कुछ धातु की चीजें लिए हुए थे जो हथियार जैसी नहीं हो सकती हैं।

आजतक में एक बहस करते हुए कहा इन कैदियों में एक माजिद था जिसने खुद कोर्ट में आकर सरेंडर किया था। क्या ये मुमकिन है एक ऐसा बच्चा जिसने कोर्ट में सरेंडर किया है वो क्यों जेल से भागे गा।

ओवेसी ने कहा अगर ATS के चीफ ये कह रहे हैं कि उनके पास कोई हथियार नहीं है तो फिर इनका एनकाउंटर क्यों किया गया। इन्हें घेर लिया गया था इसके बावजूद उन्हें मार दिया गया।
बता दें कि सिमी के कार्यकर्ता जेल से तड़के 2 से 3 बजे के बीच भागे थे और एनकाउंटर भोपाल से 10 किलोमीटर दूर मालिखेड़ा में 11 बजे किया गया। कैदियों के फरार होने की खबर के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि सरकारी जेल से ये कैदी भागे हैं या किसी योजना के तहत भगाये गये हैं? जांच का विषय होना चाहिये।
वहीं सीएम शिवराज सिंह ने इसके लिए स्थानीय लोगों को बधाई दी है। शिवराज ने कैदियों के फरार होने की घटना की जांच एनआईए से कराने की बात कही है।