मीडिया को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और विषय व वक्ता का चुनाव समझदारी से करना चाहिए: पलनीस्वामी

चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी ने सोमवार को कहा कि मीडिया को कोयंबटूर जैसे सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर में कार्यक्रम आयोजित करने में जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और विषय व वक्ता का चुनाव समझदारी से करना चाहिए।

तमिल टीवी चैनल पुथिया थलाईमुराई के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने पर विधानसभा में उन्होंने कहा कि मीडिया को यह तय करना चाहिए कि ऐसे किसी शहर में बहस होनी चाहिए या नहीं, जहां सांप्रदायिक दंगे होने की संभावना है और जहां चर्चा सार्वजनिक शांति को प्रभावित कर सकती है।

प्रेस की स्वतंत्रता एवं अभिव्यक्ति की आजादी के लिए अपनी सरकार प्रतिबद्ध बताते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया को यह तय करना चाहिए कि कहीं ऐसे वक्ताओं का तो चयन नहीं कर रहे हैं, जो कानून व्यवस्था को खराब कर सकते हैं।

पलनीस्वामी ने कहा कि चैनल के पास ‘निरंतर विरोध- मूल अधिकारों के लिए या राजनीतिक कारणों से?’ विषय पर कोयंबटूर में गोलमेज चर्चा आयोजित करने के लिए आवश्यक पुलिस अनुमति नहीं थी।

उन्होंने यह भी दावा किया कि चार जून को पुलिस ने चैनल को सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर में ऐसा कार्यक्रम नहीं करने की सलाह दी थी क्योंकि इसके परिणामस्वरूप कानून व्यवस्था की समस्याएं हो सकती थीं।

हालांकि, उन्होंने माना कि चैनल के कोयंबटूर संवाददाता सुरेश कुमार ने पांच जून को कार्यक्रम के लिए अनुमति मांगने के लिए पेलामेडू पुलिस स्टेशन में एक पत्र दिया था।

इस कार्यक्रम के लिए पुलिस द्वारा लिखित में अनुमति देने से इनकार किया गया या नहीं, इस सवाल पर किनारा करते हुए उन्होंने कहा कि स्थल पर पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी क्योंकि विभिन्न पार्टियों के नेता इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे।

माहौल उस वक्त बिगड़ना शुरू हुआ जब फिल्म निर्देशक अमीर ने विवादास्पद टिप्पणी की, जिसका एक पार्टी के समर्थकों ने विरोध किया। लेकिन पुलिसकर्मियों ने कुछ भी अप्रत्याशित नहीं होने दिया और नेताओं को सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया।

चैनल और संवाददाता के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने की मांग पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर फैसला पुलिस जांच पूरी होने के बाद लिया जाएगा।